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June 8, 2022भारतीय शिक्षा में बदलाव
कक्षा 6 किसी भी बच्चे की शैक्षणिक यात्रा का एक महत्वपूर्ण चरण है, जहाँ विद्यार्थियों को विशिष्ट प्रकार की शिक्षा का अनुभव प्राप्त होता है। वे विज्ञान और सामाजिक विज्ञान जैसे नए विषयों से परिचित होते हैं, जो उन्हें उच्च कक्षाओं में पढ़ाई जाने वाली सभी भावी अवधारणाओं की नींव रखने में सहायता करता है। इसमें ऐसे विषय हैं जो उच्च स्तर के अध्यायों के लिए एक निर्माण खंड के रूप में कार्य करेंगे जब वे उच्च श्रेणी में प्रवेश करेंगे।
केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) का लक्ष्य विद्यार्थियों को एक मानक स्तर की शिक्षा प्रदान करना है। सीबीएसई से संबद्ध लगभग सभी विद्यालयों में NCERT (राष्ट्रीय शैक्षिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद) पाठ्यक्रम का पालन किया गया है। कक्षा 6 सीबीएसई परीक्षा को आमतौर पर तीन मुख्य भागों, जैसे प्रथम सत्र (तिमाही), द्वितीय सत्र (या अर्ध-वार्षिक) और अंतिम (वार्षिक) परीक्षा में वर्गीकृत किया गया है। कक्षा 6 सीबीएसई अंतिम या वार्षिक परीक्षा आम तौर पर मार्च के महीने के दौरान आयोजित की जाती है। सीबीएसई आम तौर पर अधिकांश विषयों में NCERT (राष्ट्रीय शैक्षिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद) के पाठ्यक्रम को शामिल करती है। जिन विद्यार्थियों ने कक्षा 5 सीबीएसई परीक्षा उत्तीर्ण की हैं, वे कक्षा 6 सीबीएसई में प्रवेश कर सकते हैं और इन्हें कक्षा 6 के अंतिम परीक्षा (फाइनल एग्जाम) में बैठने के लिए पूरे एक वर्ष का अध्ययन करना चाहिए।
सीबीएसई कक्षा 6 के पाठ्यक्रम में विज्ञान, सामाजिक विज्ञान और गणित के अधिकांश महत्वपूर्ण टॉपिक शामिल हैं। इन मुख्य टॉपिक के अलावा, पाठ्यक्रम में पहली और दूसरी (क्षेत्रीय) भाषाओं का भी समावेश है, जिन्हें स्टूडेंट्स अपनी पसंद के अनुसार चुनता है। अब से, एक अनिवार्य विषय के रूप में, छात्र को कोडिंग का भी अध्ययन करना होगा। प्रत्येक विषय के सभी टॉपिक को एक दिलचस्प तरीके से कवर किया जाता है ताकि विद्यार्थी बिना ऊबे हुए आसानी से उन्हें सीख सकें।
सीबीएसई कक्षा 6 के लिए विषय- वार संपूर्ण पाठ्यक्रम निम्नलिखित सारणी में दिए गए हैं:
विज्ञान में कुल 16 अध्याय होते हैं। विज्ञान के विषय को आगे तीन अनुभागों: भौतिकी, रसायन विज्ञान और जीव विज्ञान में विभाजित किया जा सकता है।
विज्ञान | ||
---|---|---|
अध्याय 1 | भोजन : यह कहाँ से आता है? | जीव विज्ञान |
अध्याय 2 | भोजन के घटक | |
अध्याय 3 | तंतु से वस्त्र तक | रसायन विज्ञान |
अध्याय 4 | वस्तुओं के समूह बनाना | |
अध्याय 5 | पदार्थों का पृथक्करण | |
अध्याय 6 | हमारे चारों ओर के परिवर्तन | |
अध्याय 7 | पौधो को जानिए | जीव विज्ञान |
अध्याय 8 | शरीर में गति | |
अध्याय 9 | सजीव एवं उनका आवास | |
अध्याय 10 | गति एवं दूरियों का मापन | भौतिकी |
अध्याय 11 | प्रकाश – छायाएँ एवं परावर्तन | |
अध्याय 12 | विद्युत् तथा परिपथ | |
अध्याय 13 | चुंबकों द्वारा मनोरंजन | |
अध्याय 14 | जल | रसायन विज्ञान |
अध्याय 15 | हमारे चारों ओर वायु | |
अध्याय 16 | कचरा – संग्रहण एवं निपटान | जीव विज्ञान |
सामाजिक विज्ञान के विषय को आगे इतिहास, भूगोल और राजनीति विज्ञान में वर्गीकृत किया जा सकता है।
सामाजिक विज्ञान | ||
---|---|---|
इतिहास | भूगोल | राजनीति विज्ञान |
क्या, कब, कहाँ और कैसे? | सौरमंडल में पृथ्वी | विविधता की समझ |
आखेट – खाद्य संग्रह से भोजन उत्पादन तक | ग्लोब : अक्षांश एवं देशांतर | विविधता एवं भेदभाव |
आरंभिक नगर | पृथ्वी की गतियाँ | सरकार क्या है? |
क्या बताती हैं हमें किताबें और कब्रें? | मानचित्र | लोकतान्त्रिक सरकार के मुख्य तत्व |
राज्य, राजा और एक प्राचीन गणराज्य | पृथ्वी के प्रमुख परिमंडल | पंचायती राज |
नए प्रश्न नए विचार | पृथ्वी के प्रमुख स्थलरूप | गाँव का प्रशासन |
अशोकः एक अनोखा सम्राट जिसने युद्ध का त्याग किया | हमारा देश : भारत | नगर प्रशासन |
खुशहाल गाँव और सम्रद्ध शहर | भारत : जलवायु, वनस्पति तथा वन्य प्राणी | ग्रामीण क्षेत्र में आजीविका |
व्यापारी, राजा और तीर्थयात्री | शहरी क्षेत्र में आजीविका | |
नए सम्राज्य और राज्य | ||
इमारतें, चित्र तथा किताबें |
गणित में कुल 14 अध्याय होते हैं। वे निम्नलिखित सारणी में दिए गए हैं:
गणित | |
---|---|
अध्याय 1 | अपनी संख्याओं की जानकारी |
अध्याय 2 | पूर्ण संख्याएँ |
अध्याय 3 | संख्याओं के साथ खेलना |
अध्याय 4 | आधारभूत ज्यामितीय अवधारणाएँ |
अध्याय 5 | प्रारंभिक आकारों को समझना |
अध्याय 6 | पूर्णांक |
अध्याय 7 | भिन्न |
अध्याय 8 | दशमलव |
अध्याय 9 | आँकड़ों का प्रबंधन |
अध्याय 10 | क्षेत्रमिति |
अध्याय 11 | बीजगणित |
अध्याय 12 | अनुपात और समानुपात |
अध्याय 13 | सममिति |
अध्याय 14 | प्रायोगिक ज्यामिति |
ब्लूप्रिंट एक मूल्यांकन संरचना है जो छात्रों को किसी भी अध्याय या विषय के महत्व के आधार पर अपने अध्ययन की योजना बनाने में मदद करती है।
अध्याय संख्या | अध्याय नाम | अंक भार (अंक) |
---|---|---|
अध्याय 1 | भोजन : यह कहाँ से आता है? | – |
अध्याय 2 | भोजन के घटक | – |
अध्याय 3 | तंतु से वस्त्र तक | – |
अध्याय 4 | वस्तुओं के समूह बनाना | 4 |
अध्याय 5 | पदार्थों का पृथक्करण | – |
अध्याय 6 | हमारे चारों ओर के परिवर्तन | 3 |
अध्याय 7 | पौधो को जानिए | 14 |
अध्याय 8 | शरीर में गति | – |
अध्याय 9 | सजीव एवं उनका आवास | 13 |
अध्याय 10 | गति एवं दूरियों का मापन | 4 |
अध्याय 11 | प्रकाश – छायाएँ एवं परावर्तन | 10 |
अध्याय 12 | विद्युत् तथा परिपथ | 9 |
अध्याय 13 | चुंबकों द्वारा मनोरंजन | 13 |
अध्याय 14 | जल | 9 |
अध्याय 15 | हमारे चारों ओर वायु | 14 |
अध्याय 16 | कचरा – संग्रहण एवं निपटान | 7 |
सामाजिक विज्ञान | |||||
---|---|---|---|---|---|
इतिहास | भूगोल | राजनीति विज्ञान | |||
अध्याय | अंक भार (अंक ) | अध्याय | अंक भार (अंक) | अध्याय | अंक भार (अंक) |
क्या, कब, कहाँ और कैसे? | – | सौरमंडल में पृथ्वी | – | विविधता की समझ | – |
आखेट – खाद्य संग्रह से भोजन उत्पादन तक | – | ग्लोब : अक्षांश एवं देशांतर | 4 | विविधता एवं भेदभाव | – |
आरंभिक नगर | – | पृथ्वी की गतियाँ | – | सरकार क्या है? | 4 |
क्या बताती हैं हमें किताबें और कब्रें? | – | मानचित्र | – | लोकतान्त्रिक सरकार के मुख्य तत्व | – |
राज्य, राजा और एक प्राचीन गणराज्य | – | पृथ्वी के प्रमुख परिमंडल | 7 | पंचायती राज | 1 |
नए प्रश्न नए विचार | 1 | पृथ्वी के प्रमुख स्थलरूप | 5 | गाँव का प्रशासन | 5 |
अशोकः एक अनोखा सम्राट जिसने युद्ध का त्याग किया | 6 | हमारा देश : भारत | 7 | नगर प्रशासन | 5 |
खुशहाल गाँव और समृद्ध शहर | 5 | भारत : जलवायु, वनस्पति तथा वन्य प्राणी | 7 | ग्रामीण क्षेत्र में आजीविका | 5 |
व्यापारी, राजा और तीर्थयात्री | 5 | – | – | शहरी क्षेत्र में आजीविका | 6 |
नए साम्राज्य और राज्य | 5 | – | – | – | – |
इमारतें, चित्र तथा किताबें | 4 | – | – | – | – |
अध्याय संख्या | अध्याय नाम | अंक भार (अंक) |
---|---|---|
अध्याय 1 | अपनी संख्याओं की जानकारी | 12 |
अध्याय 2 | पूर्ण संख्याएँ | 13 |
अध्याय 3 | संख्याओं के साथ खेलना | 15 |
अध्याय 4 | आधारभूत ज्यामितीय अवधारणाएँ | – |
अध्याय 5 | प्रारंभिक आकारों को समझना | – |
अध्याय 6 | पूर्णांक | 9 |
अध्याय 7 | भिन्न | 6 |
अध्याय 8 | दशमलव | 10 |
अध्याय 9 | आँकड़ों का प्रबंधन | 7 |
अध्याय 10 | क्षेत्रमिति | 14 |
अध्याय 11 | बीजगणित | 6 |
अध्याय 12 | अनुपात और समानुपात | 12 |
अध्याय 13 | सममिति | 3 |
अध्याय 14 | प्रायोगिक ज्यामिति | 10 |
विज्ञान में, विद्यार्थी निम्नलिखित प्रायोगिक/ प्रयोग और मॉडल कर सकते हैं:
अध्याय | प्रयोग |
---|---|
भोजन: यह कहाँ से आता है |
|
भोजन के घटक |
|
तंतु से वस्त्र तक |
|
वस्तुओं के समूह बनाना |
|
पदार्थों का पृथक्करण |
|
हमारे चारों ओर के परिवर्तन |
|
पौधों को जानिए |
|
शरीर में गति |
|
सजीव – विशेषताएँ एवं आवास |
|
गति एवं दूरियों का मापन |
|
प्रकाश – छायाएँ एवं परावर्तन |
|
विद्युत तथा परिपथ |
|
चुंबकों द्वारा मनोरंजन |
|
जल |
|
हमारे चारों ओर वायु |
|
कचरा – संग्रहण एवं निपटान |
|
1. परीक्षा के लिए सभी टॉपिक्स को पढ़ना जरूरी होता है। आपको सभी टॉपिक्स के लिए छोटे-छोटे नोट्स भी बना लेने चाहिए ताकि आप उसे भूल न जाएं।
2. परीक्षा केंद्र पर हमेशा वक्त से 15 मिनट पहले पहुंचे ताकि आप माइंड को रिलैक्स कर सकें क्योंकि ठीक परीक्षा के वक्त पर जाने से वहां भीड़ हो जाएगी।
3. हमेशा परीक्षा के लिए आवंटित समय को स्मार्ट तरीके से उपयोग करने की योजना बना लें।
4. अपने आप को थका हुआ महसूस बिल्कुल न करें और जैसा कि कहा जाता है कि हमेशा एक सकारात्मक दृष्टिकोण रखें और पूरे विश्वास के साथ परीक्षा देने का प्रयास कीजिए और सभी प्रश्नों के उत्तर देने का प्रयास कीजिए।
5. उन प्रश्नों को पढ़ने और उत्तर देने में ज्यादा समय बर्बाद न कीजिए जिनके बारे में आप पूर्णरूप से आश्वस्त नहीं हैं।
6. क्रमबद्ध तरीके से उत्तर देने की बजाय उन सवालों को पहले हल करें जिनके बारे आप कन्फर्म हैं।
7. उत्तर पुस्तिका में प्रश्न संख्या को सही ढंग से लिखना ना भूलें।
किसी भी प्रश्न को अनुत्तरित ना छोड़ें। प्रश्न को करने का प्रयास कीजिए और कम से कम प्रश्न संख्या को उत्तर पुस्तिका में लिखिए।
परीक्षा के समय के दौरान दिए जाने वाले निरीक्षक के सभी निर्देशों को सुनें।
निरीक्षक को उत्तर पुस्तिका देने से पहले यह निश्चित कर लें कि आपने सभी प्रश्नों का प्रयास किया है और प्रत्येक प्रश्न का अंकन सही क्रम में किया गया है।
परामर्श (कांउसलिंग) विद्यार्थियों को उनकी अंतर्निहित क्षमता का पता लगाने में सहायता करता है। परीक्षा, स्कूल शिक्षा का एक हिस्सा है, जहाँ विद्यार्थियों का मूल्यांकन शैक्षिक और सह-शैक्षिक क्षेत्रों के आधार पर किया जाता है।
हर बच्चे के पास सीखने की अलग-अलग शैली और गति होती है। उनमें से प्रत्येक अपनी सीखने और बाद में आगे बढ़ने की क्षमता के संदर्भ में अद्वितीय है। अतः माता-पिता के रूप में, आपको अपने बच्चों के हित को प्रोत्साहित करना होगा और बिना किसी दबाव के उनके प्रदर्शन को स्वीकार करना होगा। अपने बच्चे को स्कूल, अध्ययन, साथियों के समूहों में समस्याओं से निपटने के लिए निर्देशित कीजिए।
यहाँ सीबीएसई कक्षा 6 के विद्यार्थियों द्वारा पूछे जाने वाले कुछ प्रश्न दिए गए हैं।
प्र1. कक्षा 6 का पाठ्यक्रम क्या है?
उ. कक्षा 6 पाठ्यक्रम में विज्ञान (भौतिकी, रसायन विज्ञान और जीव विज्ञान), गणित, सामाजिक विज्ञान (इतिहास, भूगोल और राजनीतिक विज्ञान) के टॉपिक्स को शामिल किया गया है और भाषाएँ जैसे अंग्रेजी, हिंदी को किसी भी अन्य क्षेत्रीय भाषा के साथ विद्यार्थी द्वारा चुना जा सकता है।
प्र2. सीबीएसई कक्षा 6 में क्या-क्या विषय हैं?
उ. सीबीएसई कक्षा 6 के विषयों में अंग्रेजी, हिंदी, विज्ञान, सामाजिक विज्ञान और गणित शामिल हैं। इसमें क्षेत्रीय भाषाओं को भी शामिल किया जा सकता है।
प्र3. क्या कक्षा 6 के लिए परीक्षाएँ हैं?
उ. हाँ, कक्षा 6 के लिए परीक्षाएँ हैं। एक स्टूडेंट कक्षा 7 में केवल तभी प्रवेश करेगा जब वह कक्षा 6 की परीक्षा पास करता है।
प्र4. 2021-2022 शैक्षणिक वर्ष के लिए कक्षा 6 का नवीनतम पाठ्यक्रम कैसे डाउनलोड किया जा सकता है?
उ. Embibe वेबसाइट से , कोई भी सीबीएसई कक्षा 6 का संपूर्ण पाठ्यक्रम को नि:शुल्क डाउनलोड कर सकता है।
प्र5. क्या 2021-22 के लिए कक्षा 6 पाठ्यक्रम में कोई परिवर्तन हुआ है?
उ. नहीं, कक्षा 6 सीबीएसई पाठ्यक्रम में कोई विशिष्ट परिवर्तन नहीं हुआ है।
कई स्कूल हैं जो सीबीएसई के साथ संबद्ध हैं। हम कह सकते हैं कि भारत में लगभग 21,271 स्कूलों को सीबीएसई के साथ संबद्ध किया गया है। कई सीबीएसई स्कूल सूची या तो राज्य या क्षेत्र के अनुसार निम्न लिंक का उपयोग करके प्राप्त की जा सकती है:
https://saras.cbse.gov.in/SARAS/AffiliatedList/ListOfSchdirReport
माता-पिता परामर्श का मुख्य उद्देश्य सकारात्मक व्यवहार को प्रोत्साहित करना, अवांछनीय व्यवहार का प्रबंधन करना, और उनके बच्चों की भावनात्मक आवश्यकताओं को समझना है। यह एक या दोनों माता- पिता के साथ किया जा सकता है। माता-पिता परामर्श से माता-पिता को अपने बच्चों को प्रभावित करने वाली विभिन्न प्रकार की कठिनाइयों का सामना करने में मदद मिलती है और उचित मार्गदर्शन, उपकरण और आवश्यक ज्ञान प्रदान करते हैं। माता-पिता को अपने बच्चों के लिए निकट भविष्य में उपलब्ध कैरियर अवसरों के बारे में अधिक जानकारी होनी चाहिए।
भविष्य की परीक्षाओं की सूची: इस प्रतियोगी दुनिया में, परीक्षा छात्रों के ज्ञान, रुचियों, क्षमता और सामर्थ्य को बाहर लाने के तरीकों में से एक है। अगले कक्षा में पदोन्नत करने के लिए स्कूल स्तर की परीक्षा होती है। सतत व्यापक मूल्यांकन (CCE) के आधार पर छात्रों को कक्षा 6 से कक्षा 7 में पदोन्नत किया जाता है। इस स्कूल स्तर की परीक्षा के अलावा हर साल राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अनेक प्रतियोगी परीक्षाएँ आयोजित की जाती हैं। इन परीक्षाओं से विद्यार्थियों का विषयों में विश्वास और रुचियों की वृद्धि होती है।
कुछ प्रतियोगी परीक्षाएँ, जिनमें कक्षा 7 के छात्र उपस्थित हो सकते हैं, वे हैं:
कुछ प्रतियोगी परीक्षाएँ, जिनमें कक्षा 7 के छात्र उपस्थित हो सकते हैं, वे हैं: