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June 8, 2022भारतीय शिक्षा में बदलाव
शिक्षा विभाग, एनसीटी दिल्ली सरकार, एक स्वायत्त शैक्षिक बोर्ड है। दिल्ली बोर्ड मुख्य रूप से विश्व स्तरीय शिक्षा के माध्यम से आर्थिक विकास, सामाजिक परिवर्तन और राष्ट्रीय एकीकरण पर केंद्रित है। बोर्ड पांच अलग-अलग चरणों में शिक्षा प्रदान करता है, अर्थात, पूर्व-प्राथमिक, प्राथमिक, मध्य, माध्यमिक और उच्च माध्यमिक स्तर। छात्र के प्रदर्शन का मूल्यांकन करने के लिए दिल्ली हर वर्ष कक्षा 12 की बोर्ड परीक्षा आयोजित करता है। परीक्षा लिखित आधारित होती है। कक्षा 12 दिल्ली बोर्ड परीक्षा को पूरा करने के लिए छात्रों को माध्यमिक विद्यालय परीक्षा में कम से कम छह विषयों में उत्तीर्ण होना आवश्यक है।
कक्षा 12 की परीक्षा के लिए देश के सभी उम्र, लिंग, जाति, के छात्र अपना रजिट्रेशन करा सकते हैं। भाषा विषय को छोड़कर सभी विषयों की परीक्षा हिंदी एवं अंग्रेजी माध्यम आयोजित होगा। प्रत्यके विषय के लिए अधिकतम 100 अंक निर्धारित किया गया है। शैक्षणिक वर्ष 2022-2023 परीक्षा दो सत्रों मेंं, सत्र I और सत्र II के रूप में आयोजित की जाएगी।
कोरोना वायरस के संक्रमण को देखते हुए दिल्ली सरकार केआदेश के बाद बोर्ड की परीक्षा की तिथि में आंशिक बदलवा किया जा सकता है। दिल्ली शिक्षा बोर्ड से जुड़े महत्वपूर्ण जानकारी नीचे तालिका में दी गई है।
परीक्षा का नाम | शिक्षा विभाग, एनसीटी दिल्ली सरकार |
साधारणतया जाना जाता है | दिल्ली बोर्ड |
परीक्षा का स्तर | राष्ट्रीय स्तर |
पंजीकरण का माध्यम | ऑनलाइन |
परीक्षा का माध्यम | ऑफलाइन |
कक्षा 12 भाषा विषय | उर्दू, अंग्रेजी, हिंदी और संस्कृत |
कक्षा 12 शैक्षणिक विषय | लेखाशास्त्र, जीव विज्ञान, व्यवसाय अध्ययन, रसायन विज्ञान, कंप्यूटर विज्ञान, अर्थशास्त्र, इंजीनियरिंग ग्राफिक्स, भूगोल, इतिहास, गृह विज्ञान, गणित, शारीरिक शिक्षा, भौतिकी, राजनीति विज्ञान, मनोविज्ञान और समाजशास्त्र |
सत्र I परीक्षा तिथि | दिसंबर |
सत्र II परीक्षा तिथि | मार्च-अप्रैल 2022 (तिथियाँ जारी की जानी है) |
परिणाम | जारी किया जाना है |
आधिकारिक वेबसाइट | आधिकारिक वेबसाइट |
लेख के इस विशेष भाग में हम चयन प्रक्रिया, परीक्षा पैटर्न, परीक्षा के चरण से जुड़े कुछ मुख्य जानकारियां शेयर कर रहे हैं। तो लेख के इस महत्वपूर्ण भाग को ध्यान से पढ़ें।
शिक्षा विभाग, एनसीटी दिल्ली सरकार, कक्षा 12 में नामांकित सभी छात्रों के लिए परीक्षा आयोजित करता है। प्रत्येक विषय में न्यूनतम 33% अंक प्राप्त करने वाले छात्रों को कक्षा 12 दिल्ली बोर्ड परीक्षा में उत्तीर्ण माना जाता है।
उच्च माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (BHSE), दिल्ली, कक्षा 12 की परीक्षा पेन-पेपर आधारित है। छात्रों का मूल्यांकन सत्र I, सत्र II और इंटरनल असेसमेंट/प्रैक्टिकल/प्रोजेक्ट कार्य आधार पर किया जाता है।
कोविड-19 महामारी के कारण, दिल्ली बोर्ड ने शैक्षणिक वर्ष 2022-23 के लिए परीक्षा पैटर्न को वार्षिक योजना से सत्र परीक्षा में बदलाव किया है।
सत्र I में शैक्षणिक वर्ष 2022-23 के पाठ्यक्रम का लगभग 50% शामिल है। सभी वस्तुनिष्ठ प्रश्न पूछे जाएगें, जिसमें केस-आधारित MCQ और अभिकथन-तर्क प्रकार के MCQ शामिल होते हैं। परीक्षा का समय अवधि 90 मिनट होगा। छात्र को बोर्ड द्वारा प्रदान की गई OMR शीट पर MCQ प्रश्नों के उत्तर देने हैं।
सत्र II परीक्षा मार्च-अप्रैल 2023 के महीने में लगभग 50% पूरे पाठ्यक्रम के साथ आयोजित की जाएगी। परीक्षा अवधि 2 घंटे की होगी है। प्रश्न पत्र में केस-आधारित, स्थिति आधारित, विस्तृत, लघु उत्तरीय और दीर्घ उत्तरीय प्रकार के प्रश्न पूछे जाएगें।
तिथि | विवरण |
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सत्र I सैद्धांतिक परीक्षा तिथि | दिसंबर |
सत्र II सैद्धांतिक परीक्षा तिथि | मार्च-अप्रैल 2022 (तिथियाँ जारी की जानी है) |
प्रायौगिक परीक्षा तिथि | विद्यालय द्वारा निर्धारित किया जाना है |
प्रवेश पत्र | जारी किया जाना है |
परिणाम | जारी किया जाना है |
कक्षा 12, उच्च माध्यमिक परीक्षा बोर्ड, दिल्ली में उर्दू, अंग्रेजी, हिंदी, संस्कृत, लेखाशास्त्र, जीव विज्ञान, व्यवसाय अध्ययन, रसायन विज्ञान, कंप्यूटर विज्ञान, अर्थशास्त्र, भूगोल, गृह विज्ञान, इतिहास, गणित, इंजीनियरिंग ग्राफिक्स, भौतिकी, शारीरिक शिक्षा, राजनीति विज्ञान, मनोविज्ञान और समाजशास्त्र विषय पाठ्यक्रम में शामिल हैं। छात्र कला, वाणिज्य और विज्ञान वर्ग के अनुसार अपनी पसंद का विषय ले सकते हैं। याद रखें कि किसी भी एग्जाम की तैयारी बिना पाठ्यक्रम यानी सिलेबस के अधूरी है। यहाँ हम दिल्ली बोर्ड कक्षा 12 के हर विषय व स्ट्रीम से जुड़े सिलेबस के बारे में जानकारी दे रहे हैं, जो कुछ इस प्रकार हैं:
सिलेबस की शुरुआत हम दिल्ली बोर्ड कक्षा 12 भौतिकी यानी फिजिक्स के पाठ्यक्रम से कर रहे हैं, जो कुछ इस प्रकार है:
दिल्ली बोर्ड कक्षा 12 भौतिकी के लिए पाठ्यक्रम | ||
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इकाई | अध्याय | टॉपिक |
सत्र I | ||
इकाई I: स्थिरवैद्युत | अध्याय–1: विद्युत आवेश और क्षेत्र | विद्युत आवेश; आवेश का संरक्षण, दो-बिंदु आवेशों के बीच कूलम्ब का नियम-बल, बहुल-आवेशों के बीच बल; अध्यारोपण का सिद्धांत और संतत आवेश वितरण। विद्युत क्षेत्र, एक बिंदु आवेश के कारण विद्युत क्षेत्र, विद्युत क्षेत्र रेखाएं, विद्युत द्विध्रुव, एक द्विध्रुवीय के कारण विद्युत क्षेत्र, एकसमान विद्युत क्षेत्र में एक द्विध्रुवीय पर बल आघूर्ण। वैद्युत फ्लक्स, गाउस के प्रमेय का विवरण और अनंत लम्बाई के सीधे तार और तल के अनुदिश अनंत लंबाई की आवेश की एकसमान चादर के कारण क्षेत्र ज्ञात करने के लिए इसके अनुप्रयोग |
अध्याय–2: स्थिरवैद्युत विभव और धारिता | विद्युत विभव, विभवांतर, किसी बिंदु आवेश के कारण विद्युत विभव, द्विध्रुव और आवेशों का निकाय; समविभव पृष्ठ, दो-बिंदु आवेशों के निकाय की विद्युत स्थितिज ऊर्जा और एक स्थिरवैद्युत क्षेत्र में विद्युत द्विध्रुव। विद्युत् चालक और विद्युतरोधी, एक विद्युत् चालक के अंदर मुक्त आवेश और परिबद्ध आवेश। परावैद्युत और विद्युत ध्रुवीकरण, संधारित्र और धारिता, श्रेणीक्रम और समांतरक्रम में संधारित्रों का संयोजन, पट्टिकाओं के बीच परावैद्युत माध्यम के साथ और बिना समांतर पट्टिका संधारित्र की धारिता, एक संधारित्र में संचित ऊर्जा | |
इकाई II: विद्युत् धारा | अध्याय–3: विद्युत् धारा | विद्युत् धारा, धात्विक चालक में विद्युत आवेशों का प्रवाह, अपवाह वेग, गतिशीलता और विद्युत धारा के साथ उनका संबंध; ओम का नियम, विद्युत प्रतिरोध, V-I अभिलक्षण (रैखिक और अरेखीय), विद्युत ऊर्जा और शक्ति, विद्युत प्रतिरोधकता और चालकता; प्रतिरोध की ताप पर निर्भरता। सेल का आंतरिक प्रतिरोध, सेल का विभवांतर और विद्युत वाहक बल (emf), सेलों का श्रेणी संयोजन और पार्श्व संयोजन, किरचॉफ के नियम और सरल अनुप्रयोग, व्हीटस्टोन ब्रिज, मीटर ब्रिज (केवल गुणात्मक धारणा)। पोटेंशियोमीटर (विभवमापी) – विभवांतर मापने और दो सेलों के EMF की तुलना करने के लिए सिद्धांत और इसके अनुप्रयोग; सेल के आंतरिक प्रतिरोध का मापन (केवल गुणात्मक धारणा) |
इकाई III: विद्युत धारा के चुंबकीय प्रभाव और चुंबकत्व | अध्याय–4: गतिमान आवेश और चुंबकत्व | चुंबकीय क्षेत्र की अवधारणा, ओर्स्टेड का प्रयोग। बायो सावर्ट नियम और विद्युत धारावाही वृत्ताकार पाश पर इसका अनुप्रयोग। एम्पीयर का नियम और अनंत लंबाई के सीधे तार के लिए इसके अनुप्रयोग। सीधी और टोराइडी परिनालिका (केवल गुणात्मक उपचार), एकसमान चुंबकीय और विद्युत क्षेत्रों में गतिमान आवेश पर बल। एक समान चुंबकीय क्षेत्र में किसी विद्युत धारावाही चालक पर बल, दो समांतर विद्युत धारावाही चालकों के बीच बल – एम्पियर की परिभाषा, एकसमान चुंबकीय क्षेत्र में धारा पाश द्वारा अनुभव किया गया बल आघूर्ण; चल कुंडली गैल्वेनोमीटर – इसकी धारा सुग्राहिता और एमीटर और वोल्टमीटर में रूपांतरण। |
अध्याय–5: चुंबकत्व और द्रव्य | चुंबकीय द्विध्रुव के रूप में विद्युत धारा पाश और इसके चुंबकीय द्विध्रुव आघूर्ण, परिक्रमा करते इलेक्ट्रॉन का चुंबकीय द्विध्रुव आघूर्ण, एक समतुल्य धारावाही परिनालिका के रूप में छड़ चुंबक, चुंबकीय क्षेत्र रेखाएं; पृथ्वी के चुंबकीय क्षेत्र और चुंबकीय तत्व। | |
इकाई IV: विद्युतचुंबकीय प्रेरण और प्रत्यावर्ती धाराएं | अध्याय–6: विद्युतचुंबकीय प्रेरण | वैद्युतचुंबकीय प्रेरण; फैराडे के नियम, प्रेरित विद्युत वाहक बल और विद्युत धारा; लेन्ज़ का नियम, भँवर धाराएँ। स्वप्रेरण और अन्योन्य प्रेरण। |
अध्याय–7: प्रत्यावर्ती धारा | प्रत्यावर्ती धाराएँ, प्रत्यावर्ती धारा/वोल्टेज का शिखर और RMS मान; प्रतिघात और प्रतिबाधा; LC दोलन (केवल गुणात्मक उपचार), LCR श्रेणीक्रम परिपथ, अनुनाद; AC परिपथों में शक्ति। AC जनित्र और ट्रांसफार्मर। | |
सत्र II | ||
इकाई V: विद्युत चुंबकीय तरंगें | अध्याय–8: विद्युत चुंबकीय तरंगें | विद्युत चुम्बकीय तरंगें, उनके अभिलक्षण, उनकी अनुप्रस्थ प्रकृति (केवल गुणात्मक धारणा)। विद्युत् चुंबकीय स्पेक्ट्रम (रेडियो तरंगें, माइक्रोवेव, अवरक्त, दृश्यमान, पराबैंगनी, X-किरणें, गामा किरणें) उनके उपयोग के बारे में प्रारंभिक तथ्यों सहित। |
इकाई VI: प्रकाशिकी | अध्याय–9: किरण प्रकाशिकी एवं प्रकाशिक यंत्र | किरण प्रकाशिकी: प्रकाश का अपवर्तन, कुल आंतरिक परावर्तन और उसके अनुप्रयोग, प्रकाशिक तंतु, गोलीय पृष्ठों पर अपवर्तन, लेंस, पतले लेंस सूत्र, लेंसमेकर का सूत्र, आवर्धन, लेंस की शक्ति, संपर्क में पतले लेंस का संयोजन, एक प्रिज्म के माध्यम से प्रकाश का अपवर्तन। प्रकाशिक यंत्र: माइक्रोस्कोप और खगोलीय दूरदर्शी (परावर्ती एवं अपवर्ती) और उनकी आवर्धन शक्तियाँ। |
अध्याय–10: तरंग प्रकाशिकी | तरंगाग्र और हाइगेन्स का सिद्धांत, तरंगाग्र का उपयोग करके समतल पृष्ठ पर समतल तरंग का परावर्तन और अपवर्तन। हाइगेन्स के सिद्धांत का उपयोग करते हुए परावर्तन और अपवर्तन के नियमों का प्रमाण। व्यतिकरण, फ्रिंज चौड़ाई के लिए यंग का दोहरा भट्ठा प्रयोग और व्यंजक, कला संबद्ध स्रोत और प्रकाश का सतत् व्यतिकरण, एकल भट्ठा के कारण विवर्तन, केंद्रीय अधिकतम की चौड़ाई | |
इकाई VII: विकिरण तथा द्रव्य की द्वैत प्रकृति | अध्याय–11: विकिरण तथा द्रव्य की द्वैत प्रकृति | विकिरण की द्वैत प्रकृति, प्रकाश विद्युत प्रभाव, हर्ट्ज और लेनार्ड के प्रेक्षण; आइंस्टाइन का प्रकाश विद्युत समीकरण-प्रकाश की कण प्रकृति। प्रकाश विद्युत प्रभाव का प्रायौगिक अध्ययन पदार्थ तरंग-कणों की तरंग प्रकृति, डी-ब्रोगली संबंध |
इकाई VIII: परमाणु और नाभिक | अध्याय–12: परमाणु | एल्फा-कण प्रकीर्णन प्रयोग; परमाणु का रदरफोर्ड मॉडल; बोर मॉडल, ऊर्जा स्तर, हाइड्रोजन स्पेक्ट्रम। |
अध्याय–13: नाभिक | नाभिक की संरचना और आकार, नाभिकीय बल, द्रव्यमान-ऊर्जा संबंध, द्रव्यमान क्षति, नाभिकीय विखंडन, नाभिकीय संलयन। | |
इकाई IX: इलैक्ट्रॉनिक युक्तियाँ | अध्याय–14: अर्धचालक इलेक्ट्रॉनिकी: पदार्थ युक्तियाँ तथा सरल परिपथ | पदार्थ युक्तियाँ तथा सरल परिपथ, चालकों, अर्धचालकों और विद्युतरोधियों (केवल गुणात्मक धारणा) में ऊर्जा बैंड, अर्धचालक डायोड – अग्रबायस और प्रतिलोम बायस में I-V अभिलक्षण, एक रेक्टिफायर के रूप में डायोड; विशिष्ट प्रयोजन p-n संधि डायोड: LED, फोटोडायोड, सौर सेल। |
अब बारी आती है दिल्ली बोर्ड कक्षा 12 रसायन विज्ञान यानी केमिस्ट्री के सिलेबस के बारे में जानने की। तो दिल्ली बोर्ड कक्षा 12 रसायन विज्ञान का पाठ्यक्रम कुछ इस प्रकार है:
दिल्ली बोर्ड कक्षा 12 रसायन विज्ञान के लिए पाठ्यक्रम | ||
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सत्र I | ||
अध्याय संख्या | अध्याय | टॉपिक |
1 | ठोस अवस्था |
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2 | विलयन |
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3 | p-ब्लॉक के तत्व |
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4 | हैलोऐल्केन और हैलोएरीन |
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5 | ऐल्कोहॉल, फ़ीनॉल और ईथर |
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6 | जैव अणु |
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सत्र II | ||
1 | वैद्युतरसायन |
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2 | रासायनिक बलगतिकी |
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3 | पृष्ठ रसायन |
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4 | d और f-ब्लॉक के तत्व |
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5 | उपसहसंयोजन यौगिक |
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6 | ऐल्डीहाइड, कीटोन एवं कार्बोक्सिलिक अम्ल |
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7 | ऐमीन |
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गणित एक जटिल लेकिन उच्च मार्क्स स्कोर करने वाला विषय है। इसके लिए अधिक से अधिक अभ्यास की आवश्यकता होती है। गणित में अगर सारे सवालों के उत्तर और उन्हें सॉल्व करने का प्रोसेस सही हो तो छात्र व छात्रा को पूरे अंक आसानी से मिल सकते हैं। ऐसे में अगर गणित यानी मैथ्स का सिलेबस अगर पहले से ही पता हो तो इसकी तैयारी और आसान हो सकती है। ऐसे में इसी बात को ध्यान में रखते हुए हम यहाँ दिल्ली बोर्ड कक्षा 12 गणित के लिए पाठ्यक्रम शेयर कर रहे हैं, जो कुछ इस प्रकार है:
दिल्ली बोर्ड कक्षा 12 गणित के लिए पाठ्यक्रम | ||
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सत्र I | ||
इकाई | अध्याय | टॉपिक |
इकाई-I: संबंध एवं फलन | संबंध एवं फलन | संबंधों के प्रकार: स्वतुल्य, सममित, सकर्मक और तुल्यता संबंध। एकैकी तथा आच्छादक फलन। |
प्रतिलोम त्रिकोणमितीय फलन | परिभाषा, परिसर, प्रान्त, मुख्य मान शाखा। | |
इकाई-II: बीजगणित | आव्यूह | अवधारणा, संकेतन, कोटि समता, आव्यूह के प्रकार, शून्य और तत्समक आव्यूह, आव्यूह का परिवर्त, सममित और विषम सममित आव्यूह। आव्यूहों पर संक्रियाएँ: जोड़ और गुणा और एक अदिश के साथ गुणा। जोड़, गुणा और अदिश गुणन के सरल गुण। आव्यूहों, व्युत्क्रमणीय आव्यूहों के गुणन की अक्रम विनिमेयता; (यहाँ सभी आव्यूहों में वास्तविक प्रविष्टियाँ होंगी)। |
सारणिक | वर्ग आव्यूह के सारणिक (3 x 3 आव्यूह तक), उपसारणिक, सहखंड और त्रिभुज का क्षेत्रफल ज्ञात करने में सारणिकों के अनुप्रयोग। एक वर्ग आव्यूह का सहखंडज और व्युत्क्रम। आव्यूह के व्युत्क्रम का उपयोग करके दो या तीन चर (अद्वितीय समाधान वाले) वाले रैखिक समीकरणों के निकाय को हल करना। | |
इकाई-III: कलन | सांतत्य तथा अवकलनीयता | सांतत्य तथा अवकलनीयता, संयुक्त फलनों के अवकलज, श्रृंखला नियम, प्रतिलोम त्रिकोणमितीय फलनों के अवकलज। स्पष्ट फलनों के अवकलज। लघुगणकीय और चरघातांकी फलनों की अवधारणा। लघुगणकीय अवकलन, प्राचलिक रूपों में व्यक्त फलनों के अवकलज। द्वितीय कोटि के अवकलज। |
अवकलज के अनुप्रयोग | अवकलज के अनुप्रयोग: वर्धमान/ह्रासमान फलन, स्पर्शरेखा और अभिलंब, उच्चिष्ठ और निम्निष्ठ (प्रथम अवकलज परीक्षण ज्यामितीय रूप से प्रेरित होता है और द्वितीय अवकलज परीक्षण एक सिद्ध उपकरण के रूप में दिया जाता है)। सरल समस्याएं (जो मूल सिद्धांतों और विषय की समझ के साथ-साथ वास्तविक जीवन की स्थितियों को दर्शाती हैं)। | |
इकाई-V: रैखिक प्रोग्रामन | रैखिक प्रोग्रामन | परिचय, संबंधित शब्दावली जैसे कि व्यवरोध, उद्देश्य फलन, इष्टतम, विभिन्न प्रकार की रैखिक प्रोग्रामन (L.P.) समस्याएं, दो चरों में समस्याओं के हल की आलेखित विधि, सुसंगत और असुसंगत क्षेत्र (परिबद्ध), सुसंगत और असुसंगत हल, इष्टतम सुसंगत हल (तीन अतुच्छ व्यवरोधों तक) |
सत्र II | ||
इकाई-III: कलन | समाकलन | अवकलन की व्युत्क्रम प्रक्रिया के रूप में समाकलन। प्रतिस्थापन द्वारा, आंशिक भिन्नों द्वारा तथा खंडशः विभिन्न प्रकार के फलनों का समाकलन, निम्न प्रकार के सरल समाकलनों का मान प्राप्त करना और उनके आधार पर समस्याएं कलन (बिना उपपत्ति के) की आधारभूत प्रमेय। निश्चित समाकलनों के मूल गुण और निश्चित समाकलनों का मान प्राप्त करना। |
समाकलनों के अनुप्रयोग | सरल वक्रों, विशेष रूप से रेखाओं, वृत्तों/परवलयों/दीर्घवृत्तों (केवल मानक रूप में) के अंतर्गत क्षेत्र ज्ञात करने के अनुप्रयोग (क्षेत्र स्पष्ट रूप से पहचाने जाने योग्य होना चाहिए)। | |
अवकल समीकरण | परिभाषा, कोटि एवं घात, अवकल समीकरण के व्यापक और विशिष्ट हल। प्रथम कोटि और प्रथम घात के प्रकार के समघातीय अवकल समीकरणों के चरों के पृथक्करण की विधि द्वारा अवकल समीकरणों का हल: निम्न प्रकार के रैखिक अवकल समीकरण के हल: , जहाँ p और q, x के फलन या अचर हैं। |
|
इकाई-IV: सदिश और त्रिविमीय ज्यामिति | सदिश | सदिश और अदिश, एक सदिश का परिमाण और दिशा। एक सदिश का दिक् कोसाइन और दिक् अनुपात। सदिशों के प्रकार (समान, इकाई, शून्य, समांतर और संरेख सदिश), बिंदु का स्थिति सदिश, सदिश का ऋणात्मक, सदिश के अवयव, सदिशों का योग, एक अदिश द्वारा एक सदिश का गुणन, किसी दिए गए अनुपात में रेखाखंड को विभाजित करने वाले बिंदु का स्थिति सदिश। सदिश के अदिश (डॉट) गुणनफल की परिभाषा, ज्यामितीय निरूपण, गुण और अनुप्रयोग, सदिश के सदिश (क्रॉस) गुणनफल। |
त्रिविमीय ज्यामिति | दो बिंदुओं को मिलाने वाली रेखा के दिक् कोसाइन और दिक् अनुपात। एक रेखा का कार्तीय समीकरण और सदिश समीकरण, समतलीय और विषमतलीय रेखाएँ, दो रेखाओं के बीच की न्यूनतम दूरी। एक समतल का कार्तीय और सदिश समीकरण। एक समतल से एक बिंदु की दूरी। | |
इकाई-VI: प्रायिकता | प्रायिकता | सप्रतिबंध प्रायिकता, प्रायिकता पर गुणनफल प्रमेय, स्वतंत्र घटनाएँ, कुल प्रायिकता, बेज प्रमेय, यादृच्छिक चर और इसका प्रायिकता बंटन। |
अब लेख के इस भाग में हम जीव विज्ञान यानी बायोलॉजी का सिलेबस शेयर कर रहे हैं। आगे चलकर जो छात्र व छात्राएं मेडिकल की तैयारी करना चाहते हैं, उनके लिए इस विषय पर ध्यान देना आवश्यक है। तो जीव विज्ञान का पाठ्यक्रम कुछ इस प्रकार है:
दिल्ली बोर्ड कक्षा 12 जीव विज्ञान के लिए पाठ्यक्रम | ||
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सत्र I | ||
इकाई | अध्याय | टॉपिक |
इकाई-VI जनन | अध्याय-2: पुष्पी पादपों में लैंगिक जनन | पुष्प संरचना; नर और मादा युग्मकोद्भिद् का विकास; परागण – प्रकार, एजेंसियां और उदाहरण; अंतःप्रजनन युक्तियाँ; पराग स्त्रीकेसर घटनाएँ; दोहरा निषेचन; निषेचन के बाद की घटनाएँ – भ्रूणपोष और भ्रूण का विकास, बीज का विकास और फल का निर्माण; विशेष मोड- असंगजनन, अनिषेकफलन, बहुभ्रूणता; बीज प्रकीर्णन और फल की रचना का महत्व। |
अध्याय-3: मानव जनन | नर और मादा प्रजनन प्रणाली; वृषण और अंडाशय की सूक्ष्म शारीरिक रचना; युग्मकजनन – शुक्राणुजनन और अंडजनन; मासिक धर्म; निषेचन, कोरकपुटी (ब्लास्टोसिस्ट) की रचना तक भ्रूण का विकास, अंतर्रोपण; सगर्भता और अपरा (प्लैसेंटा) (प्रारंभिक जानकारी); प्रसव (प्रारंभिक जानकारी); स्तनपान (प्रारंभिक जानकारी)। | |
अध्याय-4: जनन स्वास्थ्य | जनन स्वास्थ्य और यौन संचारित रोगों (एसटीडी) की रोकथाम की आवश्यकता; जन्म नियंत्रण – आवश्यकता और विधियाँ, गर्भनिरोधक और चिकित्सीय सगर्भता समापन (MTP); उल्बवेधन; बंध्यता और सहायक जनन प्रौद्योगिकियाँ – IVF, ZIFT, GIFT (सामान्य जागरूकता के लिए प्रारंभिक जानकारी)। | |
इकाई-VII आनुवंशिकी तथा विकास | अध्याय-5: वंशागति तथा विभिन्नता के सिद्धांत | आनुवंशिकता और विविधता: मेंडल वंशागति; मेंडलवाद से विचलन – अपूर्ण प्रभाविता, सह प्रभाविता, बहुअलील और रक्त समूहों की वंशागति, बहुप्रभाविता; बहुजीनी वंशागति की प्रारंभिक जानकारी; वंशागति का गुणसूत्र सिद्धांत; गुणसूत्र और जीन; लिंग निर्धारण – मनुष्य, पक्षियों और मधुमक्खी में; लिंकेज और क्रॉसिंग ओवर; लिंग से जुड़ी वंशागति – हीमोफिलिया, वर्णांधता; मनुष्यों में मेंडल दोष -थैलेसीमिया; मनुष्यों में गुणसूत्र संबंधी दोष; डाउन सिंड्रोम, टर्नर और क्लाइनफेल्टर संलक्षण। |
अध्याय-6: वंशागति के आणविक आधार | आनुवंशिक पदार्थ और DNA को आनुवंशिक पदार्थ के रूप में खोजें; DNA और RNA की संरचना; DNA पैकेजिंग; DNA प्रतिकृति; सेंट्रल डोग्मा; अनुलेखन, आनुवंशिक कोड, अनुवाद; जीन अभिव्यक्ति और नियमन – लैक प्रचालेक; जीनोम, मानव और चावल जीनोम परियोजनाएं; DNA अंगुलिछापी। | |
सत्र II | ||
इकाई-VIII जीव विज्ञान तथा मानव कल्याण | अध्याय-8: मानव स्वास्थ्य तथा रोग | रोगजनक; मानव रोग पैदा करने वाले परजीवी (मलेरिया, डेंगू, चिकनगुनिया, फाइलेरिया, एस्कारियासिस, टाइफाइड, निमोनिया, सामान्य सर्दी, अमीबता, दाद) और उनका नियंत्रण; प्रतिरक्षा विज्ञान की बुनियादी अवधारणाएं – टीके; कैंसर, एचआईवी और एड्स; किशोरावस्था – नशीली दवाओं और शराब का दुरुपयोग। |
अध्याय-10: मानव कल्याण में सूक्ष्मजीव | खाद्य प्रसंस्करण, औद्योगिक उत्पादन, सीवेज उपचार, ऊर्जा उत्पादन और जैव-नियंत्रण एजेंटों और जैव-उर्वरक के रूप में रोगाणुओं में सूक्ष्मजीव। प्रतिजैविक (एंटीबायोटिक्स); उत्पादन और विवेकपूर्ण उपयोग। | |
इकाई-IX जैव प्रौद्योगिकी एवं उसके उपयोग | अध्याय-11: जैव प्रौद्योगिकी – सिद्धांत और प्रक्रम | आनुवंशिक अभियांत्रिक (पुनर्योगज डीएनए प्रौद्योगिकी)। |
अध्याय-12: जैव प्रौद्योगिकी एवं उसके उपयोग | स्वास्थ्य और कृषि में जैव प्रौद्योगिकी के अनुप्रयोग: मानव इंसुलिन और वैक्सीन उत्पादन, स्टेम सेल प्रौद्योगिकी, जीन चिकित्सा; आनुवंशिकतः रूपांतरित जीव – बीटी फसलें; पारजीवी जंतु; जैव सुरक्षा मुद्दे, बायोपाइरेसी और पेटेंट। | |
इकाई-X पारिस्थितिकी और पर्यावरण | अध्याय-13: जीव और समष्टियाँ | जीव और पर्यावरण: आवास और निकेत, जनसंख्या और पारिस्थितिक अनुकूलन; जनसंख्या पारस्परिक क्रिया – पारस्परिकता, प्रतिस्पर्धा, भविष्यवाणी, परजीवीवाद; जनसंख्या विशेषताएँ – वृद्धि, जन्म दर और मृत्यु दर, आयु बंटन। |
अध्याय-15: जैव विविधता और उसका संरक्षण | जैव विविधता – अवधारणा, पैटर्न, महत्व; जैव विविधता के नुकसान; जैव विविधता संरक्षण; हॉटस्पॉट, लुप्तप्राय जीव, विलोपन, रेड डाटा पुस्तक, पवित्र उपवन, जीवमंडल संरक्षित क्षेत्र, राष्ट्रीय उद्यान, वन्यजीव, अभयारण्य और रामसर स्थल। |
आजकल कंप्यूटर हर व्यक्ति के जीवन का हिस्सा बन चुका है। वहीं, अन्य विषयों की तरह ही कम्प्यूटर भी एक महत्वपूर्ण विषय बन चुका है। ऐसे में इसके सिलेबस को जानकर अन्य विषयों की तरह ही इसकी पढ़ाई को भी सही वक़्त पर पूरा करना आवश्यक है। ऐसे में इसी बात को ध्यान में रखते हुए हम दिल्ली बोर्ड कक्षा 12 कंप्यूटर विज्ञान के लिए पाठ्यक्रम को साझा कर रहे हैं, जो कुछ इस प्रकार है:
दिल्ली बोर्ड कक्षा 12 कंप्यूटर विज्ञान के लिए पाठ्यक्रम | |
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इकाई | अध्याय |
सत्र I | |
इकाई I: कम्प्यूटेशनल सोच और प्रोग्रामिंग – 2 |
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सत्र II | |
इकाई I: कम्प्यूटेशनल सोच और प्रोग्रामिंग – 2 |
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इकाई II: कंप्यूटर नेटवर्क |
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इकाई III: डेटाबेस प्रबंधन |
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अन्य विषयों की तरह ही अंग्रेजी यानी इंग्लिश विषय भी काफी जरुरी है। आगे चलकर जो छात्र व छात्राएं इंग्लिश ऑनर्स करना चाहते हैं या प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी करना चाहते हैं उनके लिए ये विषय महत्वपूर्ण है। इसके अलावा, अंग्रेजी विषय करियर के मामले में भी कई विकल्प देता है। बता दें कि English Literature में Flamingo और Vistas नामक दो पाठ्य पुस्तकें शामिल हैं।
दिल्ली बोर्ड कक्षा 12 का अंग्रेजी के लिए पाठ्यक्रम | |
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Section | Topic |
Term I | |
Literature/ Textbooks |
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Reading skills |
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Writing skills |
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Assessment of Listening and Speaking Skills |
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Term II | |
Literature/ Textbooks |
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Reading skills |
|
Writing skills |
|
Project work + Viva/ALS |
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विषय | पाठ्यक्रम के लिए लिंक |
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अंगेजी आधार | अंगेजी आधार |
संस्कृत | संस्कृत |
हिंदी ऐच्छिक | हिंदी ऐच्छिक |
लेखाशास्त्र | लेखाशास्त्र |
जीव विज्ञान | जीव विज्ञान |
व्यवसाय अध्ययन | व्यवसाय अध्ययन |
रसायन विज्ञान | रसायन विज्ञान |
कंप्यूटर विज्ञान | कंप्यूटर विज्ञान |
अर्थशास्त्र | अर्थशास्त्र |
भूगोल | भूगोल |
गृह विज्ञान | गृह विज्ञान |
इतिहास | इतिहास |
सूचनात्मक व्यवहार | सूचनात्मक व्यवहार |
गणित | गणित |
इंजीनियरिंग ग्राफिक्स | इंजीनियरिंग ग्राफिक्स |
शारीरिक शिक्षा | शारीरिक शिक्षा |
भौतिकी | भौतिकी |
राजनीति विज्ञान | राजनीति विज्ञान |
समाज शास्त्र | समाज शास्त्र |
बता दें कि ब्लू प्रिंट किसी भी परीक्षा का डमी प्रश्न पत्र होता है यानी एक तरह का नमूना प्रश्न पत्र, जिसके आधार पर छात्र व छात्राएं परीक्षा में पूछे जाने वाले प्रश्नों का अनुमान लगा सकते हैं। ऐसे कें लेख के इस विशेष भाग में विषयवार तरीके से हम हर विषय के लिए ब्लूप्रिंट शेयर कर रहे हैं, जो कुछ इस प्रकार है:
शुरुआत करते हैं भौतिकी यानी फिजिक्स के ब्लूप्रिंट से जो कुछ इस प्रकार है:
दिल्ली बोर्ड कक्षा 12 भौतिकी के लिए ब्लूप्रिंट | ||
---|---|---|
इकाई संख्या | इकाई का नाम | अंक भार |
सत्र I | ||
I | स्थिरवैद्युत अध्याय 1- विद्युत आवेश तथा क्षेत्र अध्याय 2- स्थिरवैद्युत विभव तथा धारिता |
17 |
II | विद्युत धारा अध्याय 3- विद्युत धारा |
|
III | विद्युत् धारा और चुंबकत्व के चुंबकीय प्रभाव अध्याय 4- गतिमान आवेश और चुंबकत्व अध्याय 5- चुंबकत्व एवं द्रव्य |
18 |
IV | विद्युतचुंबकीय प्रेरण और प्रत्यावर्ती धारा अध्याय 6- विद्युतचुंबकीय प्रेरण अध्याय 7- प्रत्यावर्ती धारा |
|
कुल (सैद्धांतिक) | 35 | |
प्रायौगिक | 15 | |
कुल योग | 50 | |
सत्र II | ||
V | वैद्युतचुम्बकीय तरंगें अध्याय 8- वैद्युतचुम्बकीय तरंगें |
17 |
VI | प्रकाशिकी अध्याय 9- किरण प्रकाशिकी एवं प्रकाशिक यंत्र अध्याय 10- तरंग प्रकाशिकी |
|
VII | विकिरण तथा द्रव्य की द्वैत प्रकृति अध्याय 11- विकिरण तथा द्रव्य की द्वैत प्रकृति |
11 |
VIII | परमाणु और नाभिक अध्याय 12- परमाणु अध्याय 13- नाभिक |
|
IX | इलैक्ट्रॉनिक युक्तियाँ अध्याय 14- अर्धचालक इलेक्ट्रॉनिकी: पदार्थ युक्तियाँ तथा सरल परिपथ |
07 |
कुल (सैद्धांतिक) | 35 | |
प्रायौगिक | 15 | |
कुल योग | 50 |
प्रायौगिक भौतिकी का ब्लूप्रिंट कुछ इस प्रकार है:
क्रमांक | प्रयोग | अंक भार |
---|---|---|
1 | परीक्षा के समय छात्रों द्वारा किए जाने वाले दो प्रयोग | 8 |
2 | प्रायौगिक रिकॉर्ड [प्रयोग और गतिविधियाँ] | 2 |
3 | प्रयोगों और गतिविधियों पर मौखिक परीक्षा | 5 |
कुल | 15 |
रसायन विज्ञान यानी केमिस्ट्री विज्ञान का एक महत्वपूर्ण विषय है, ऐसे में रसायन विज्ञान का ब्लूप्रिंट कुछ इस प्रकार है:
दिल्ली बोर्ड कक्षा 12 रसायन विज्ञान के लिए ब्लूप्रिंट | ||
---|---|---|
अध्याय संख्या | अध्याय | अंक भार |
1 | ठोस अवस्था | 10 |
2 | विलयन | |
3 | p-ब्लॉक के तत्व | 10 |
4 | हैलोऐल्केन तथा हैलोऐरीन | 15 |
5 | ऐल्कोहॉल, फ़ीनॉल एवं ईथर | |
6 | जैव अणु | |
कुल (सैद्धांतिक) | 35 | |
प्रायौगिक | 15 | |
कुल योग | 50 | |
सत्र II | ||
1 | वैद्युतरसायन | 13 |
2 | रासायनिक बलगतिकी | |
3 | पृष्ठ रसायन | |
4 | d और f-ब्लॉक के तत्व | 9 |
5 | उपसंहसयोजन यौगिक | |
6 | ऐल्डिहाइड, कीटोन एवं कार्बोक्सिलिक अम्ल | 13 |
7 | ऐमीन | |
कुल (सैद्धांतिक) | 35 | |
प्रायौगिक | 15 | |
कुल योग | 50 |
प्रायौगिक रसायन विज्ञान सत्र I और सत्र II के लिए ब्लूप्रिंट कुछ इस प्रकार हैं:
क्रमांक | प्रयोग | अंक भार |
---|---|---|
1 | आयतनमितीय विश्लेषण | 4 |
2 | लवण विश्लेषण | 4 |
3 | सामग्री आधारित प्रयोग | 2 |
4 | कक्षा रिकॉर्ड और मौखिक परीक्षा (आंतरिक परीक्षक) | 5 |
कुल | 15 |
गणित यानी मैथ्स भले ही जटिल विषयों में से एक है, लेकिन यह सबसे ज्यादा मार्क्स स्कोर करने वाले विषयों में से भी एक है। दरअसल, अगर गणित में सवाल सॉल्व करने का तरीका व जवाब सही हो तो पूरे अंक प्राप्त किए जा सकते हैं। इतना ही नहीं अगर प्रश्न सॉल्व करने का तरीका अगर सही और आंसर गलत हो तो भी प्रोसेस के मार्क्स मिल सकते हैं। ऐसे में इसका अधिक से अधिक प्रैक्टिस ही इस विषय में अधिक से अधिक मार्क्स दिलाने में सहायक हो सकता है। वहीं, अगर सवालों के पैटर्न के बारे में थोड़ी बहुत जानकारी हो तो गणित का अभ्यास और आसान हो सकता है। तो इसी बात को ध्यान में रखते हुए हम नीचे गणित का ब्लूप्रिंट शेयर कर रहे हैं, जो कुछ इस प्रकार है:
दिल्ली बोर्ड कक्षा 12 गणित के लिए ब्लूप्रिंट | ||
---|---|---|
इकाई संख्या | इकाई का नाम | अंक भार |
सत्र I | ||
I | संबंध एवं फलन | 08 |
II | बीजगणित | 10 |
III | कलन | 17 |
V | रैखिक प्रोग्रामन | 05 |
कुल (सैद्धांतिक) | 40 | |
आतंरिक मूल्यांकन | 10 | |
कुल योग | 50 | |
सत्र II | ||
III | कलन | 18 |
IV | सदिश और त्रि-विमीय ज्यामिति | 14 |
VI | प्रायिकता | 08 |
कुल (सैद्धांतिक) | 40 | |
आतंरिक मूल्यांकन | 10 | |
कुल योग | 50 |
अब लेख में आगे हम बायोलॉजी यानी जीव विज्ञान विषय के लिए ब्लूप्रिंट शेयर कर रहे हैं, जो कुछ इस प्रकार है:
दिल्ली बोर्ड कक्षा 12 जीव विज्ञान के लिए ब्लूप्रिंट | ||
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इकाई संख्या | शीर्षक | अंक भार |
सत्र I | ||
2 | पुष्पी पादपों में लैंगिक प्रजनन | 15 |
3 | मानव जनन | |
4 | जनन स्वास्थ्य | |
5 | वंशागति तथा विविधता के सिद्धांत | 20 |
6 | वंशागति के आणविक आधार | |
कुल (सैद्धांतिक) | 35 | |
प्रायौगिक | 15 | |
कुल योग | 50 | |
सत्र II | ||
8 | मानव स्वास्थ्य तथा रोग | 14 |
10 | मानव कल्याण में सूक्ष्मजीव | |
11 | जैव प्रौद्योगिकी – सिद्धांत व प्रक्रम | 11 |
12 | जैव प्रौद्योगिकी एवं उसके उपयोग | |
13 | जीव और समष्टियाँ | 10 |
15 | जैव विविधता एवं संरक्षण | |
कुल (सैद्धांतिक) | 35 | |
प्रायौगिक | 15 | |
कुल योग | 50 |
प्रायौगिक जीव विज्ञान सत्र I और सत्र II के लिए ब्लूप्रिंट कुछ इस प्रकार है:
अनुभाग | प्रयोग | अंक भार |
---|---|---|
भाग A | एक प्रमुख प्रयोग | 4 |
एक लघु प्रयोग | 3 | |
भाग B | स्पॉटिंग (प्रत्येक 1 अंक के 3 स्पॉट) | 3 |
प्रायौगिक रिकॉर्ड + अन्वेषक प्रोजेक्ट और रिकॉर्ड + मौखिक परीक्षा | 5 | |
कुल | 15 |
आने वाले वक़्त में शायद ही कोई ऐसा सेक्टर होगा जहां कंप्यूटर का उपयोग नहीं होता होगा। गणित, विज्ञान, अंग्रेजी जैसे सब्जेक्ट की तरह ही कंप्यूटर साइंस का अपना वेटेज है। आजकल हर छात्र व छात्रा के लिए कम्प्यूटर एक महत्वपूर्ण विषय बन चुका है। ऐसे में इसकी सही तैयारी के लिए हम नीचे दिल्ली बोर्ड कक्षा 12 कंप्यूटर विज्ञान के लिए ब्लूप्रिंट शेयर कर रहे हैं, जो कुछ इस प्रकार है:
दिल्ली बोर्ड कक्षा 12 कंप्यूटर विज्ञान के लिए ब्लूप्रिंट | ||
---|---|---|
क्र.सं. | विषयवस्तु | अंक भार |
सत्र I | ||
1 | कम्प्यूटेशनल सोच और प्रोग्रामिंग ‐ 2 | 35 |
कुल (सैद्धांतिक) | 35 | |
प्रायौगिक | 15 | |
कुल योग | 50 | |
सत्र II | ||
1 | कम्प्यूटेशनल सोच और प्रोग्रामिंग ‐ 2 | 5 |
2 | कंप्यूटर नेटवर्क | 10 |
3 | डेटाबेस प्रबंधन | 20 |
कुल (सैद्धांतिक) | 35 | |
प्रायौगिक | 15 | |
कुल योग | 50 |
प्रायौगिक कंप्यूटर विज्ञान सत्र I और सत्र II के लिए ब्लूप्रिंट कुछ इस प्रकार नीचे टेबल के जरिये साझा किया गया है:
दिल्ली बोर्ड कक्षा 12 कंप्यूटर विज्ञान प्रायौगिक के लिए ब्लूप्रिंटals | ||
---|---|---|
क्र.सं. | विषयवस्तु | अंक भार |
सत्र I | ||
1 | पायथन प्रोग्राम | 6 |
2 | सत्र – 1 सिलेबस सत्र – 2 पर आधारित न्यूनतम 15 पायथन प्रोग्राम | 4 |
3 | प्रोजेक्ट (कक्षा 11 और 12 में सीखी गई अवधारणाओं का उपयोग करते हुए) सत्र – 1: छात्रों द्वारा प्रस्तुत किए जाने वाले प्रोजेक्ट का सारांश (केवल दस्तावेज, सत्र 1 के दौरान कोड जमा नहीं कर सकते हैं) | 3 |
4 | मौखिक परीक्षा | 2 |
कुल | 15 | |
सत्र II | ||
1 | पायथन प्रोग्राम | 2 |
एक/दो टेबल पर आधारित 3 SQL क्वेरी, SQL क्वेरी पर आधारित 2 आउटपुट प्रश्न | 4 | |
2 |
|
3 |
3 | फाइनल कोडिंग + मौखिक परीक्षा (छात्र को अपने सत्र 1 दस्तावेज़ को संशोधित करने और अंतिम निष्पादन योग्य कोड जमा करने की अनुमति दी जाएगी।) | 5 |
4 | मौखिक परीक्षा | 1 |
कुल | 15 |
अन्य विषयों की तरह ही अंग्रेजी भी एक महत्वपूर्ण विषय है। आजकल हर क्षेत्र में अंग्रेजी का बोल बाला है। ऐसे में इसकी ब्लू प्रिंट देखकर अंग्रेजीं की तयारी को और बेहतर किया जा सकता है। कई बार छात्र व छात्राएं अंग्रेजी को हल्के में ले लेते हैं, जिस कारण कई बार उनके इंग्लिश मार्क्स कम हो जाते हैं, जिसका सीधा असर उनके परिणाम पर पड़ जाता है। ऐसे में यहाँ दिए गए अंग्रेजी के ब्लूप्रिंट से आप पर्श्नों के पैटर्न और अंकों का विभाजन देखकर अपने तैयारी को और बेहतर कर सकते हैं। तो दिल्ली बोर्ड कक्षा 12 अंग्रेजी के लिए ब्लूप्रिंट कुछ इस प्रकार हैं:
दिल्ली बोर्ड कक्षा 12 अंग्रेजी के लिए ब्लूप्रिंट | ||
---|---|---|
क्र.सं. | विषयवस्तु | अंक भार |
Term I (Objective) | ||
1 | Literature/ Textbooks | 18 |
2 | Reading skills | 14 |
3 | Writing skills | 08 |
4 | Assessment of Listening and Speaking Skills | 10 |
Total | 50 | |
Term I (Subjective) | ||
1 | Literature/ Textbooks | 18 |
2 | Reading skills | 14 |
3 | Writing skills | 08 |
4 | Project work + Viva/ALS | 10 |
Total | 50 |
दिल्ली बोर्ड कक्षा 12 के लिए प्रायौगिक परीक्षा आयोजित करने के लिए दिशानिर्देश प्रदान करता है। प्रायौगिक परीक्षा संबंधित स्कूल में निर्धारित समय सारिणी के भीतर दिल्ली बोर्ड द्वारा दिए गए दिशा-निर्देशों के अनुसार आयोजित की जाती है। उम्मीदवारों को इन प्रायौगिक परीक्षाओं को बिना किसी असफलता के देना होता है, क्योंकि इन प्रयोगों के अंक अंतिम बोर्ड परीक्षा के अंकों में जोड़े जाते हैं।
कक्षा 12 भौतिकी प्रायौगिक परीक्षा पाठ्यक्रम कुछ इस प्रकार है :
कक्षा 12 भौतिकी प्रायौगिक परीक्षा पाठ्यक्रम | |
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क्र.सं. | प्रयोग/गतिविधियाँ |
सत्र I | |
प्रयोग | |
1 | विभवांतर और विद्युत् धारा के बीच ग्राफ बनाकर दो / तीन तारों की प्रतिरोधकता निर्धारित करना |
2 | मीटर ब्रिज की सहायता से दिए गए तार/मानक प्रतिरोधक का प्रतिरोध ज्ञात करना। या मीटर ब्रिज का उपयोग करके प्रतिरोधों के संयोजन (श्रृंखला) के नियमों को सत्यापित करना। या मीटर ब्रिज का उपयोग करके प्रतिरोधों के संयोजन (समानांतर) के नियमों को सत्यापित करना। |
3 | पोटेंशियोमीटर का उपयोग करके दिए गए दो प्राथमिक सेल के EMF की तुलना करना। या पोटेंशियोमीटर का उपयोग करके किसी दिए गए प्राथमिक सेल के आंतरिक प्रतिरोध का निर्धारण करना। |
4 | अर्ध-विक्षेपण विधि द्वारा गैल्वेनोमीटर के प्रतिरोध का निर्धारण करना और इसकी योग्यता के आंकड़े ज्ञात करना। |
5 | दिए गए गैल्वेनोमीटर (ज्ञात प्रतिरोध और योग्यता के आंकड़े) को वांछित सीमा के वोल्टमीटर में परिवर्तित करना और उसका सत्यापन करना। या दिए गए गैल्वेनोमीटर (ज्ञात प्रतिरोध और योग्यता के आंकड़े) को वांछित सीमा के एमीटर में परिवर्तित करना और उसका सत्यापन करना। |
6 | सोनोमीटर से AC मेन की आवृत्ति ज्ञात करना। |
गतिविधियाँ | |
1 | लौह क्रोड के साथ या उसके बिना एक प्रेरक का प्रतिरोध और प्रतिबाधा मापना |
2 | प्रतिरोध, वोल्टेज (AC/DC), विद्युत् धारा (AC) को मापना और मल्टीमीटर का उपयोग करके दिए गए परिपथ के सांतत्य की जांच करना। |
3 | तीन बल्ब, तीन (ऑन/ऑफ) स्विच, एक फ्यूज और एक पावर स्रोत वाले घरेलू परिपथ को असेंबल करना। |
4 | किसी दिए गए विद्युत परिपथ के घटकों को असेंबल करना। |
5 | अपरिवर्ती विद्युत धारा के लिए तार की लंबाई के साथ विभवपात में भिन्नता का अध्ययन करना। |
6 | किसी दिए गए खुले परिपथ का आरेख बनाना जिसमें कम से कम एक बैटरी, प्रतिरोधक/धारा नियंत्रक, कुंजी, एमीटर और वोल्टमीटर हो। उन घटकों को चिह्नित करें जो उचित क्रम में नहीं जुड़े हैं और परिपथ और परिपथ आरेख को भी सही करें। |
सत्र II | |
प्रयोग | |
1 | u और v के बीच या 1/u और 1/v के बीच आलेख बनाकर उत्तल लेंस की फ़ोकस दूरी ज्ञात करना। |
2 | उत्तल लेंस की सहायता से उत्तल दर्पण की फोकस दूरी ज्ञात करना। या उत्तल लेंस की सहायता से अवतल लेंस की फोकस दूरी ज्ञात करना। |
3 | किसी दिए गए प्रिज्म के लिए आपतन कोण और विचलन कोण के बीच आलेख बनाकर न्यूनतम विचलन कोण का निर्धारण करना। |
4 | एक यात्रा सूक्ष्मदर्शी का उपयोग करके कांच के स्लैब का अपवर्तनांक निर्धारित करना। |
5 | उत्तल लेंस और समतल दर्पण का उपयोग करके द्रव का अपवर्तनांक ज्ञात करना। |
6 | अग्र बायस और रिवर्स बायस में p-n जंक्शन डायोड के लिए I-V अभिलक्षणिक वक्र बनाना। |
गतिविधियाँ | |
1 | ऐसी वस्तुओं के मिश्रित संग्रह से एक डायोड, एक LED, एक प्रतिरोधक और एक संधारित्र की पहचान करना। |
2 | एक डायोड और एक LED की स्थिति में विद्युत धारा के एकदिशीय प्रवाह को देखने के लिए एक मल्टीमीटर का उपयोग कीजिए और जांच कीजिए कि क्या दिया गया इलेक्ट्रॉनिक घटक (जैसे, डायोड) कार्यकारी स्थिति में है। |
3 | एक LDR पर प्रकाश की तीव्रता (स्रोत की अलग-अलग दूरी से) के प्रभाव का अध्ययन करना। |
4 | कांच के स्लैब पर तिर्यक आपतित प्रकाश किरण के अपवर्तन और पार्श्व विचलन का निरीक्षण करना। |
5 | दो पोलेरॉइड का उपयोग करके प्रकाश के ध्रुवीकरण का निरीक्षण करना। |
6 | पतली झिरी के कारण प्रकाश के विवर्तन का निरीक्षण करना। |
7 | एक (i) उत्तल लेंस, (ii) अवतल दर्पण द्वारा एक मोमबत्ती और एक स्क्रीन (लेंस/दर्पण से मोमबत्ती की अलग-अलग दूरी के लिए) का उपयोग करके बने प्रतिबिम्ब की प्रकृति और आकार का अध्ययन करना। |
8 | लेंस के दिए गए सेट से दो लेंसों का उपयोग करके निर्दिष्ट फोकल लंबाई के साथ एक लेंस संयोजन प्राप्त करना। |
रसायन विज्ञान या केमिस्ट्री प्रायौगिक परीक्षा पाठ्यक्रम कक्षा 12 कुछ इस प्रकार है:
कक्षा 12 रसायन विज्ञान प्रायौगिक | |
---|---|
अनुभाग | प्रयोग |
सत्र I | |
आयतनमितीय विश्लेषण |
KMnO4 विलयन की सांद्रता / मोलरता का निर्धारण i. ऑक्सैलिक अम्ल, ii. फेरस अमोनियम सल्फेट के एक मानक विलयन के साथ अनुमापन करके (छात्रों को खुद को तौलकर मानक समाधान तैयार करने की आवश्यकता होगी)। |
लवण विश्लेषण (गुणात्मक विश्लेषण) | किसी दिए गए लवण में एक धनायन और एक ऋणायन का निर्धारण। धनायन – Pb2+, Cu2+, As3+, Al3+, Fe3+, Mn2+, Ni2+, Zn2+, Co2+, Ca2+, Sr2+, Ba2+, Mg2+, NH4+ ऋणायन – CO32-, S2-, SO32-, SO42-, NO2–, NO3–,Cl–, Br–, I–, PO43-, C2O42-, CH3COO– (नोट: अविलेय लवण को बाहर रखा गया है) |
सामग्री आधारित प्रयोग | A. क्रोमैटोग्राफी i. कागज क्रोमैटोग्राफी और Rf मूल्यों के निर्धारण द्वारा पत्तियों और फूलों के अर्क से वर्णक को अलग करना। ii. केवल दो धनायनों वाले अकार्बनिक मिश्रण में मौजूद घटकों का पृथक्करण (उन घटकों को प्रदान किया जाना है जिनका Rf मानों में बड़ा अंतर है)। B. शुद्ध नमूनों में कार्बोहाइड्रेट, वसा और प्रोटीन की विशेषता परीक्षण और दिए गए खाद्य पदार्थों में उनका पता लगाना। |
सत्र II | |
आयतनमितीय विश्लेषण |
KMnO4 विलयन की सांद्रता / मोलरता का निर्धारण i. ऑक्सालिक अम्ल, ii. फेरस अमोनियम सल्फेट के एक मानक विलयन के साथ अनुमापन करके (छात्रों को खुद को तौलकर मानक समाधान तैयार करने की आवश्यकता होगी)। |
अम्ल विश्लेषण (गुणात्मक विश्लेषण) | किसी दिए गए लवण में एक धनायन और एक ऋणायन का निर्धारण। धनायन – Pb2+, Cu2+, As3+, Al3+, Fe3+, Mn2+, Ni2+, Zn2+, Co2+, Ca2+, Sr2+, Ba2+, Mg2+, NH4+ ऋणायन – CO32-, S2-, SO32-, SO42-, NO2–, NO3–,Cl–, Br–, I–, PO43-, C2O42-, CH3COO– (नोट: अविलेय लवण को बाहर रखा गया है) |
सामग्री आधारित प्रयोग | A. अकार्बनिक यौगिकों का निर्माण फेरस अमोनियम सल्फेट या पोटाश फिटकरी का दोहरा नमक का निर्माण। पोटेशियम फेरिक ऑक्सालेट का निर्माण।B. कार्बनिक यौगिकों में मौजूद कार्यात्मक समूहों के लिए परीक्षण: असंतृप्ति, अल्कोहलिक, फेनोलिक, एल्डीहाइडिक, केटोनिक, कार्बोक्जिलिक और एमिनो (प्राथमिक) समूह। |
जीव विज्ञान प्रायौगिक कक्षा 12 परीक्षा पाठ्यक्रम कुछ इस प्रकार है:
कक्षा 12 जीव विज्ञान प्रायौगिक पाठ्यक्रम | |
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सत्र I | |
अनुभाग | प्रयोग |
A. प्रयोगों की सूची |
1. उपलब्ध पौधों की सामग्री जैसे पालक, हरी मटर के बीज, पपीता, आदि से DNA को अलग कीजिए। |
B. निम्नलिखित (स्पॉटिंग) का अध्ययन/अवलोकन |
1. विभिन्न एजेंसियों (हवा, कीड़े, पक्षी) द्वारा परागण के लिए अनुकूलित पुष्प। |
सत्र II | |
A. प्रयोगों की सूची |
3. समसूत्री विभाजन का अध्ययन करने के लिए प्याज की जड़ की नोक का एक अस्थायी माउंट तैयार कीजिए। |
B. निम्नलिखित (स्पॉटिंग) का अध्ययन/अवलोकन |
6. सामान्य रोग पैदा करने वाले जीव जैसे एस्केरिस, एंटाअमीबा, प्लास्मोडियम, स्थायी स्लाइड, मॉडल या आभासी प्रतिबिंबों के माध्यम से दाद पैदा करने वाला कोई भी कवक। उनके द्वारा उत्पन्न होने वाले रोगों के लक्षणों पर टिप्पणी कीजिए। |
कंप्यूटर विज्ञान कक्षा 12 प्रायौगिक परीक्षा सिलेबस कुछ इस प्रकार है:
कक्षा 12 कंप्यूटर विज्ञान प्रायौगिक पाठ्यक्रम | |
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सत्र I | |
अनुभाग | प्रयोग |
पायथन प्रोग्रामिंग |
|
सत्र II | |
पायथन प्रोग्रामिंग |
|
डेटाबेस प्रबंधन |
|
यदि कक्षा 12 के छात्र विषयों को सरल और प्रभावी तरीके से सीखने और समझने का अभ्यास करते हैं तो अच्छे ग्रेड के साथ उत्तीर्ण हो सकते हैं। चूंकि कक्षा 12 का पाठ्यक्रम व्यापक है, इसलिए छात्रों के पढ़ाई शुरु करने से पहले समय को निर्धारित करना आवश्यक है।
ऐसे में दिल्ली बोर्ड ऑफ हायर सेकेंडरी एग्जामिनेशन में अच्छे ग्रेड प्राप्त करने के लिए हमने कुछ टिप्स और कुछ निर्देश शेयर किए हैं, जो कुछ इस प्रकार है।
जैसे एग्जाम के लिए स्टडी प्लान बनाना आवश्यक है, वैसे ही परीक्षा के लिए रणनीति बनाना भी जरुरी है। परीक्षा में अपना सर्वश्रेष्ठ देना उतना ही महत्वपूर्ण है जितना कि तैयारी प्रक्रिया। हो सकता है कि आपने सभी विषयों की तैयारी उचित समझ, रिवीजन, मॉक टेस्ट आदि के साथ पूरी कर ली हो। हालाँकि, इतना ही काफी नहीं है। परीक्षा में अच्छा स्कोर करने के लिए, सभी प्रश्नों का उत्तर एक निर्धारित समय सीमा के भीतर बहुत विस्तृत समझ के साथ देना भी बहुत महत्वपूर्ण है। ऐसे में लेख के इस भाग में हम परीक्षा देने की रणनीति से जुड़ी जानकारी शेयर कर रहे हैं, जो कुछ इस प्रकार है:
किसी भी परीक्षा की तैयारी के लिए एक सटीक अध्ययन योजना काफी महत्वपूर्ण होता है। ऐसे में लेख के इस विशेष भाग में हम दिल्ली बोर्ड कक्षा 12 परीक्षा के लिए स्टडी प्लान से जुड़ी जानकारी व टिप्स लेकर आए हैं, जो कुछ इस प्रकार है:
परीक्षा की तैयारी को सरल, तनावरहित, प्रभावी और समय बचाने के लिए महत्वपूर्ण अध्यायों और टॉपिक को प्राथमिकता देना एक अच्छी रणनीति है। यहां कक्षा 12 के प्रत्येक विषय के कुछ महत्वपूर्ण अध्यायों की सूची दी गई है।
महत्वपूर्ण अनुशंसित अध्याय | ||
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भौतिकी | रसायन विज्ञान | गणित |
1. विकिरण की द्वैत प्रकृति | 1. रासायनिक बलगतिकी | 1. संबंध और फलन |
2. नाभिक | 2. पृष्ठ रसायन | 2. आव्यूह और सारणिक |
3. अर्धचालक | 3. p – ब्लॉक के तत्व | 3. अवकलजों के सांतत्य तथा अवकलनीयता अनुप्रयोग |
4. किरण प्रकाशिकी | 4. d – ब्लॉक के तत्व | 4. सदिश तथा त्रिविमीय ज्यामिति |
5. तरंग प्रकाशिकी | 5. हैलोऐल्केन तथा हैलोएरीन | 5. रैखिक प्रोग्रामन |
6. जैव अणु | 6. समाकलन | |
7. ऐल्कोहॉल, फीनॉल और ईथर | 7. प्रायिकता |
2021 में कोविड -19 महामारी के कारण, दिल्ली बोर्ड ने कोई परीक्षा आयोजित नहीं की। इसलिए, दिल्ली बोर्ड ने शैक्षणिक वर्ष 2020-21 के लिए कोई टॉपर सूची जारी नहीं की है।
प्रवेश पत्र, स्कूल द्वारा सत्र I और सत्र II परीक्षा से पहले प्रदान किए जाते हैं।
शैक्षणिक वर्ष 2021-22 के लिए कक्षा 12 की परीक्षा दो सत्र में आयोजित की जाती है। सत्र II परीक्षा तिथि की सूची जारी कर दी गयी है। इस लिंक के अलावा आप हमारे लेख के इस खास भाग में भी सत्र II का टाइम टेबल शेयर कर रहे हैं। नीचे सत्र II का टाइम टेबल कुछ इस प्रकार है:
रिजल्ट की तारीख जारी की जानी है। रिजल्ट जारी होने के बाद रिजल्ट शीट को आधिकारिक वेबसाइट से डाउनलोड किया जा सकता है।
ऑनलाइन पंजीकरण के दौरान, छात्रों को निम्नलिखित विवरण भरना चाहिए:
क्रम संख्या | विवरण |
---|---|
1 | राज्य |
2 | स्कूल |
3 | कक्षा |
4 | उम्मीदवार का नाम |
5 | जन्म तिथि |
6 | लिंग |
7 | पिता का नाम |
8 | माता का नाम |
9 | धर्म |
10 | श्रेणी |
11 | स्थिति (नियमित/निजी/दूर) |
12 | माध्यम (हिंदी/अंग्रेजी/अन्य) |
13 | पत्राचार का पता |
14 | स्थायी पता |
15 | मोबाइल नंबर |
16 | ईमेल पता |
17 | फोटो |
18 | हस्ताक्षर |
उम्मीदवार का फोटो और हस्ताक्षर अपलोड करते समय कृपया निम्नलिखित बातों का ध्यान रखें:
सत्र I और सत्र II के समग्र प्रदर्शन के आधार पर कक्षा 12 की परीक्षा के परिणाम घोषित किए जाते हैं।
कक्षा 12 की बोर्ड परीक्षा को पास करने के लिए, उम्मीदवारों को प्रत्येक पेपर में न्यूनतम 33% अंक प्राप्त करने होंगे।
प्रैक्टिकल वाले विषयों के लिए छात्रों को सैद्धांतिक और प्रायोगिक में अलग-अलग 33 प्रतिशत अंक प्राप्त करने चाहिए।
यदि कोई उम्मीदवार सभी विषयों में उत्तीर्ण नहीं होता है, तो वह एक पूरक परीक्षा दे सकता है और सभी विषयों में उत्तीर्ण हो सकता है।
प्र1. मैं दिल्ली बोर्ड कक्षा 12वीं की परीक्षा तिथि कैसे देख सकता हूँ?
उ. दिल्ली बोर्ड कक्षा 12 वीं की परीक्षा की तिथि यहाँ और साथ ही आधिकारिक वेबसाइट पर देखी जा सकती है।
प्र2. दिल्ली बोर्ड द्वारा 12वीं कक्षा के लिए कौन-सी भाषाएं दी जाती हैं?
उ. दिल्ली बोर्ड द्वारा कक्षा 12 वीं के लिए दी जाने वाली भाषाएँ अंग्रेजी, हिंदी, संस्कृत और उर्दू हैं।
प्र3. मुझे कक्षा 12 के लिए दिल्ली बोर्ड का आधिकारिक पाठ्यक्रम कहाँ से मिल सकता है?
उ. कक्षा 12 पाठ्यक्रम दिल्ली बोर्ड का आधिकारिक पाठ्यक्रम देता है। आप हमारे इस खास लेख में दिल्ली बोर्ड कक्षा 12 का सिलेबस देख सकते हैं।
प्र4. मुझे दिल्ली बोर्ड कक्षा 12 के लिए अपनी तैयारी कैसे शुरू करनी चाहिए?
उ. पहले दिन से कक्षा में पढ़ाए जाने वाले विषयों को सीखें और पूर्वाभ्यास करें। कुछ सरल विषयों के साथ रिवीजन शुरू करें और फिर मध्यम से कठिन स्तर पर जाएं।
प्र5. मुझे कक्षा 12वीं की सत्र II परीक्षा की डेट शीट कहां से मिल सकती है?
उ. परीक्षा तिथि की सूची पर क्लिक करके आप कक्षा 12 की सत्र II परीक्षा का विवरण देख सकते हैं। साथ ही साथ हमने हमारे इस खास लेख में दिल्ली बोर्ड कक्षा 12 की डेटशीट शेयर की है, आप हमारे इस लेख में भी दिल्ली बोर्ड कक्षा 12 का टाइम टेबल देखा सकते हैं।
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दिल्ली बोर्ड कक्षा 10 | दिल्ली बोर्ड कक्षा 7 |
दिल्ली बोर्ड कक्षा 11 | दिल्ली बोर्ड कक्षा 8 |
दिल्ली बोर्ड कक्षा 6 | दिल्ली बोर्ड कक्षा 9 |
12वीं दिल्ली बोर्ड परीक्षा में कुछ बातों का ध्यान रखना भी छात्र व् छात्रों के लिए आवश्यक है। इसलिए हम लेख के इस विशेष भाग में विद्यार्थियों को सुझाव दे रहे हैं कि 12वीं दिल्ली बोर्ड परीक्षा में क्या करें और क्या न करें।
शुरुआत करते हैं कि 12वीं दिल्ली बोर्ड परीक्षा में क्या करें या किन बातों का ध्यान रखें, ये कुछ इस प्रकार हैं:
अब आप जानेंगे कि 12वीं दिल्ली बोर्ड परीक्षा में क्या न करें, ये कुछ इस प्रकार हैं: