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June 8, 2022भारतीय शिक्षा में बदलाव
झारखंड बोर्ड शिक्षा में, उच्च माध्यमिक शिक्षा के अंतिम वर्ष को कक्षा 12 कहा जाता है। परीक्षाओं में सफल होने वाले विद्यार्थियों को कॉलेजों और विश्वविद्यालयों में अपनी पढ़ाई जारी रखने का अवसर मिलता है। झारखंड अधिविद्य परिषद् (JAC) कक्षा 12 के पाठ्यक्रम का निर्माण करने और परीक्षाओं के संचालन का प्रभारी है। माध्यमिक शिक्षा बोर्ड की निगरानी राज्य सरकार के शिक्षा विभाग के पास है। 2000 में राज्य बनने के बाद झारखंड में राज्य तकनीकी शिक्षा बोर्ड की स्थापना हुई थी। शैक्षिक बोर्ड राज्य के तकनीकी शिक्षा संस्थानों को बढ़ावा देने और विनियमित करने के लिए बनाया गया था। झारखंड का विज्ञान और प्रौद्योगिकी विभाग शैक्षिक बोर्ड का संचालन करता है।
JAC कक्षा 12 के लिए विवरणिका आपको परीक्षा के बारे में सभी विवरण देती है और इसे JAC की आधिकारिक वेबसाइट schooleducation.jharkhand.gov.in से डाउनलोड किया जा सकता है।
15 नवंबर 2000 को बिहार से अपनी सीमाओं को अलग करके झारखंड राज्य का गठन किया गया था। 26 फरवरी 2003 को, झारखंड राज्य विधानमंडल ने झारखंड अधिविद्य परिषद् अधिनियम 2002 पारित किया, जिस पर राज्य के माननीय राज्यपाल द्वारा हस्ताक्षर किए गए और 4 मार्च 2003 को सरकार द्वारा घोषित किया गया।
राज्य की सार्वजनिक शिक्षा प्रणाली झारखंड अधिविद्य परिषद् द्वारा शासित है, जो राज्य में प्राथमिक और माध्यमिक शिक्षा की देखरेख करता है। JAC बोर्ड के पास राज्य के अन्य प्रमुख बोर्ड जैसे ICSE और सीबीएसई के अलावा विभिन्न स्कूलों और संस्थानों के साथ संबंध हैं। इसके अलावा, JAC बोर्ड कक्षा 10 और कक्षा 12 के लिए राज्यव्यापी बोर्ड परीक्षा आयोजित करता है।
झारखंड अधिविद्य परिषद् हर साल 12वीं के सभी विद्यार्थियों के मूल्यांकन के लिए इंटरमीडिएट परीक्षा आयोजित करता है। COVID-19 मामलों में वृद्धि के कारण, JAC ने इस वर्ष प्रायोगिक और सैद्धांतिक परीक्षाओं को रद्द करने का निर्णय लिया है। JAC कक्षा 12 के विद्यार्थियों को बिना कोई परीक्षा दिए अपग्रेड किया जाएगा। कक्षा 12 किसी भी बोर्ड परीक्षा में उच्च माध्यमिक शिक्षा का अंतिम वर्ष है। परीक्षा उत्तीर्ण करने वाले विद्यार्थी आगे की पढ़ाई के लिए विश्वविद्यालयों में जा सकते हैं। झारखंड अधिविद्य परिषद्, झारखंड बोर्ड कक्षा 12 के लिए पाठ्यक्रम निर्धारित करने और परीक्षाओं के संचालन का प्रभारी है। राज्य सरकार के शिक्षा विभाग का माध्यमिक शिक्षा बोर्ड पर नियंत्रण है।
परीक्षा का पूरा नाम | झारखंड अधिविद्य परिषद् कक्षा 12 परीक्षा |
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परीक्षा का लघु नाम | JAC 12वीं बोर्ड |
संचालन करने वाली संस्था | झारखंड अधिविद्य परिषद्, रांची |
संचालन की आवृत्ति | वर्ष में एक बार |
परीक्षा स्तर | इंटरमीडिएट |
भाषाएँ | बंगाली, अंग्रेजी, हिंदी, उड़िया और उर्दू |
आवेदन का माध्यम | ऑफलाइन |
परीक्षा का माध्यम | ऑफलाइन |
परीक्षा अवधि | 3 घंटे |
राज्य बोर्ड | झारखंड |
आधिकारिक वेबसाइट | https://schooleducation.jharkhand.gov.in/ |
झारखंड बोर्ड 12वीं एग्जाम 2023 से जुड़े कुछ लेटेस्ट अपडेट और ट्रेंडिंग न्यूज़ नीचे दी गई है:
21 जून 2022: झारखंड बोर्ड ने कक्षा 12 विज्ञान वर्ग का रिजल्ट आधिकारिक वेबसाइट पर जारी कर दिया है। कक्षा 12 विज्ञान वर्ग के विद्यार्थी अपना JAC 12th रिजल्ट देखने के लिए यहाँ क्लिक करें।
झारखंड बोर्ड कक्षा 12वीं एग्जाम 2023 परीक्षा पैटर्न के बारे में जानने के लिए नीचे पढ़ें:
कक्षा 12 विज्ञान और गणित परीक्षाओं के लिए अंकन योजना में वस्तुनिष्ठ और निबंध दोनों प्रकार के प्रश्न शामिल हैं। यदि आप परीक्षा पैटर्न को अच्छी तरह से समझते हैं, तो आप न केवल परीक्षा के लिए प्रभावी ढंग से अध्ययन करने में सक्षम होंगे, बल्कि परीक्षा के प्रमुख तीन घंटों को भी संभाल पाएंगे।
विषय | प्रश्नों की संख्या | पूर्ण अंक | न्यूनतम उत्तीर्ण अंक |
---|---|---|---|
भौतिकी | 20 | 70 | 23 |
रसायन विज्ञान | 34 | 70 | 30 |
जीव विज्ञान | 18 | 35 | 11.5 |
राजनीति विज्ञान | 35 | 100 | – |
लेखाशास्त्र | 29 | 80 | 26 |
अर्थशास्त्र | 32 | 100 | – |
इतिहास | 33 | 100 | – |
व्यावसायिक गणित | 31 | 100 | – |
विषय | MCQ +VSA | VsSA | लघु उत्तर | दीर्घ उत्तर | कुल |
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हिंदी | 40 | 20 | 20 | 20 | 100 |
अंग्रेज़ी | 40 | 20 | 20 | 20 | 100 |
संस्कृत | 40 | 20 | 20 | 20 | 100 |
गणित | 40 | 20 | 20 | 20 | 100 |
भौतिकी | 40 | 20 | 20 | 20 | 100 |
रसायन विज्ञान | 40 | 20 | 20 | 20 | 100 |
जीव विज्ञान | 40 | 20 | 20 | 20 | 100 |
इतिहास | 40 | 20 | 20 | 20 | 100 |
भूगोल | 40 | 20 | 20 | 20 | 100 |
राजनीति विज्ञान | 40 | 20 | 20 | 20 | 100 |
लेखाशास्त्र | 40 | 20 | 20 | 20 | 100 |
अर्थशास्त्र | 40 | 20 | 20 | 20 | 100 |
व्यवसायिक अध्ययन | 40 | 20 | 20 | 20 | 100 |
उद्यमिता | 40 | 20 | 20 | 20 | 100 |
व्यवसायिक गणित | 40 | 20 | 20 | 20 | 100 |
JAC कक्षा 12 परीक्षा 3 घंटे प्रति विषय के लिए आयोजित की जाएगी।
झारखंड एकेडमिक काउंसिल, रांची जल्द ही विज्ञान, कला, वाणिज्य संकाय के लिए शैक्षणिक वर्ष 2022-2023 के लिए जेएसी 12वीं टाइम टेबल 2023 मार्च में आधिकारिक वेबसाइट पर प्रकाशित करेगा। इस साल भी बोर्ड परीक्षा मार्च के महीने में आयोजित की जाएगी। सभी विद्यार्थी JAC 12वीं परीक्षा समय सारणी और परीक्षा तिथि की हालिया जानकारी के लिए हमारे पोस्ट को देख सकते हैं। परीक्षा के शुरुआती 15 मिनट परीक्षा की अवधि से अलग हैं, ताकि विद्यार्थी प्रश्न पत्र को विस्तार से पढ़ सकें और दिए गए निर्देशों को समझ सकें।
दिनांक | विषय | संकाय |
---|---|---|
मार्च 2023 | वोकेशनल | I.A., I.Sc. और I.Com. |
मार्च 2023 | अनिवार्य मूल भाषा हिंदी ‘A’, हिंदी ‘B’ + मातृभाषा और अंग्रेजी ‘A’ | I.Sc. और I.Com. |
मार्च 2023 | वैकल्पिक भाषा (अनिवार्य) | I.A. |
अतिरिक्त भाषा | I.Sc. और I.Com. | |
मार्च 2023 | अनिवार्य मूल भाषा हिंदी ‘A’, हिंदी ‘B’ + मातृभाषा और अंग्रेजी ‘A’ | I.A. |
मार्च 2023 | गणित/सांख्यिकी | I.A., I.Sc. और I.Com. |
मार्च 2023 | अर्थशास्त्र | I.A. |
मार्च 2023 | भूगर्भशास्त्र | I.Sc. |
मनोविज्ञान | I.A. | |
मार्च 2023 | अर्थशास्त्र | I.Sc. और I.Com. |
दर्शनशास्त्र | I.A. | |
मार्च 2023 | इतिहास | I.A. |
मार्च 2023 | संगीत | I.A. |
भौतिकी | I.Sc. | |
उद्यमिता | I.Com. | |
मार्च 2023 | कंप्यूटर विज्ञान | I.Sc. , I.Com. |
नृविज्ञान | I.A. | |
मार्च 2023 | लेखाशास्त्र | I.Com. |
राजनीति विज्ञान | I.A. | |
मार्च 2023 | रसायन विज्ञान | I.Sc. |
भूगोल | I.A. | |
मार्च 2023 | व्यवसायिक अध्ययन | I.Com. |
समाज शास्त्र | I.A. | |
मार्च 2023 | जीव विज्ञान (वनस्पति विज्ञान + प्राणी विज्ञान) | I.Sc. |
व्यावसायिक गणित | I.Com | |
गृह विज्ञान | I.A. |
पाठ्यक्रम एक विद्यार्थी के शैक्षणिक जीवन में सबसे महत्वपूर्ण संसाधनों में से एक है। इसे विद्यार्थियों द्वारा एक योजनाकार के रूप में इस्तेमाल किया जा सकता है। पाठ्यक्रम का स्पष्ट ज्ञान होने से विद्यार्थियों को एक अध्ययन योजना तैयार करने में मदद मिलती है जहाँ वे अपना समय व्यवस्थित रूप से विभाजित कर सकते हैं और अपने परीक्षा प्रयास कौशल की योजना बना सकते हैं।
झारखंड एकेडमिक काउंसिल (JAC) JAC कक्षा 12 सिलेबस 2023 को पीडीएफ प्रारूप में जारी करेगा। छात्र जेएसी 12 वीं की आधिकारिक वेबसाइट jac.jharkhand.gov.in से कला, विज्ञान, वाणिज्य और वोकेशनल स्ट्रीम के लिए झारखंड बोर्ड पाठ्यक्रम 2023 डाउनलोड कर सकते हैं। JAC कक्षा 12 के पाठ्यक्रम में वे सभी प्रमुख विषय शामिल हैं जो एक विद्यार्थी को परीक्षा उत्तीर्ण करने के लिए जानना आवश्यक है। विद्यार्थियों को पूरे पाठ्यक्रम के साथ-साथ JAC 12वीं के परीक्षा पैटर्न को अच्छी तरह से पढ़ना चाहिए।
कक्षा 12 के लिए झारखंड बोर्ड जीव विज्ञान पाठ्यक्रम निम्नलिखित है:
इकाई | अध्याय | टॉपिक |
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प्रजनन | सजीवों में प्रजनन | प्रजनन, प्रजाति अनिवार्यता के लिए सभी सजीवों की विशेषता; प्रजनन के प्रकार–अलैंगिक और लैंगिक जनन; लैंगिक जनन–द्विखंडन, बीजाणुजनन, मुकुलन, जैम्यूल निर्माण, विखंडन; पौधों में कायिक प्रवर्धन; लैंगिक जनन में घटनाक्रम |
पुष्पी पादपाें में लैंगिक जनन | पौधे की संरचना; नर युग्मकोद्भिद् और मादा युग्मकोद्भिद् का निर्माण; परागण – प्रकार, तंत्र और उदाहरण; बहिःप्रजनन; परागकण-स्त्रीकेसर संकर्षण; द्वि निषेचन; निषेचन पश्च घटनाएँ– भ्रूणपोष का विकास और भ्रूण, का विकास और फल का निर्माण; विशिष्ट साधन- असंगजनन, पार्थेनोकार्पी, बहुभ्रूणता; बीजों के प्रकीर्णन का महत्व और फल निर्माण |
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मानव जनन | नर और मादा जनन तंत्र; वृषण तथा अंडाशय की सूक्ष्म इकाई शारीरिकी; युग्मक जनन– शुक्रजनन प्रक्रिया और अंडजनन; मासिक धर्म; निषेचन, बीजगुहा के निर्माण तक भ्रूण विकास, समाविष्ठ; गर्भावस्था और गर्भनाल निर्माण (प्रारंभिक विचार); प्रसव (प्रारंभिक विचार); दुग्दपान (प्रारंभिक विचार) |
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जनन स्वास्थ्य | जनन स्वास्थ्य की आवश्यकता और यौन संचारित रोगों की रोकथाम(STDs); जन्म नियंत्रक– आवश्यकता और तरीके; सगर्भता का चिकित्सीय समापन(MTP); उल्बवेधन ; बंध्यता और सहायक जनन प्रौद्योगिकियाँ– IVF, ZIFT, GIFT, AI (संक्षिप्त रूप में) |
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अनुवांशिकी और जैव विकास | वंशागति का सिद्धांत और विचरण | वंशागति और विचरण, मेंडल की वंशागति; मेंडल द्वारा विचलन– अपूर्ण प्रभाविता, सहप्रभावी, बहुअलील और रक्त समूह की वंशागति, बहुप्रभाविता; बहुजीनी वंशागति के प्रांरम्भिक़ विचार; वंशागति की क्रोमोसोम सिद्धांत; क्रोमोसोम और जीन; सहलग्नता और विनिमय; लिंग निर्धारण– मानव, पक्षियों में, टिड्डे और नर मधुमक्खियाँ; उत्परिवर्तन, वंशावली विश्लेषण, लिंग सहलग्न वंशागति– हीमोफीलिया, वर्णांधता; मानव में मेंडेलियन विकार–सिकल सेल एनीमिया, कीटोनूरिया, थैलेसीमिया; मानव में गुणसूत्र संबंधी विकार; डाउन सिंड्रोम, टर्नर और क्लाइनफेल्टर सिंड्रोम |
वंशानुक्रम का आणविक आधार | DNA और RNA की संरचना; DNA पैकेजिंग; आनुवंशिक पदार्थों की खोज और आनुवंशिक पदार्थ के रूप में DNA; DNA प्रतिकृति; सेंट्रल डोग्मा; अनुलेखन, आनुवंशिक कूट, स्थानांतरण; जीन अभिव्यक्ति और नियमन–लैक प्रचालेक; मानव जीनोम परियोजना; DNA फिंगरप्रिंटिंग |
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जैव विकास | जीवन की उत्पत्ति; जैविक विकास और जैविक विकास के तथ्य (जीवाश्मिकी, आकृति विज्ञान, भ्रूण विज्ञान और आणविक तथ्य); अनुकूली विकिरण; जैविक विकास: अंगो के उपयोग और अनुपयोग का लैमार्क का सिद्धांत, डार्विन का जैव विकास का सिद्धांत; जैव विकास की संरचना –परिवर्तन (उत्परिवर्तन और पुनर्संयोजन) और उदाहरणों के साथ प्राकृतिक चयन, प्राकृतिक चयन के प्रकार; जीन प्रवाह और आनुवंशिक विचलन; हार्डी – वेनबर्ग का सिद्धांत; जैव विकास का संक्षिप्त विवरण; मानवीय विकास |
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जीव विज्ञान और मानव कल्याण | मानव स्वास्थ्य और रोग | रोगजनक; परजीवी के कारण मानव रोग (मलेरिया, डेंगू, चिकुनगुनिया, फाइलेरिया, एस्कारियासिस, टायफाइड, निमोनिया, सामान्य जुकाम, अमीबता, दाद) और उनका नियंत्रण; प्रतिरक्षाविज्ञान की सामान्य अवधारणा – वेक्सीन; कैंसर, HIV और AIDS; किशोरावस्था – दवा और एल्कोहल के दुष्प्रयोग |
खाद्य उत्पादन में वृद्धि के लिए योजना | पशुपालन, पादप जनन, ऊतक संवर्धन, एकल कोशिका प्रोटीन |
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जैव प्रौद्योगिकी और इसके उपयोग | जैव प्रौद्योगिकी – सिद्धांत और प्रक्रम | आनुवंशिकी अभियांत्रिकी (पुनर्योगज DNA तकनीकी |
जैव प्रौद्योगिकी और इसके उपयोग | स्वास्थ्य और कृषि में जैव प्रौद्योगिकी का अनुप्रयोग आनुवांशिक रूप से रूपांतरित जीव– Bt कृषि; RNA व्यतिकरण, मानव इंसुलीन, जीन चिकित्सा; आणविक निदान; पारजीवी जंतु; जैव सुरक्षा, बायोपाइरेसी और पेटेंट |
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पारिस्थितिकी और पर्यावरण | जीव और समष्टियाँ | जीव और जनसंख्या आवास और निकेत, अजैव कारक, पारिस्थितिकी अनुकूलन ; जनसंख्या पारस्परिक क्रियाएँ – सहोपकारिता, प्रतिस्पर्धा, परभक्षण, परजीविता, सहभोजिता; जनसंख्या विशेषताएँ– वर्धन, जन्म दर और मृत्यु दर, आयु वितरण |
पारितंत्र | पारितंत्र : संरचना और कार्य; उत्पादकता और अपघटन; ऊर्जा प्रवाह; ऊर्जा स्तर की संख्या, जीवभार, ऊर्जा; पोषक चक्र (कार्बन और फास्फोरस); पारिस्थितिक अनुक्रम; पारिस्थितिक सेवाएं – कार्बन स्थिरीकरण, परागण, बीज प्रकीर्णन, निष्काषित ऑक्सीजन (संक्षिप्त में) |
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जैव विविधता और संरक्षण | जैव विविधता –अवधारणा, स्तर, प्रारूप, महत्व; जैव विविधता की क्षति; जैव विविधता संरक्षण ; हॉटस्पॉट, संकटग्रस्त जीव, विलोपन, रेड डाटा बुक, पवित्र उपवन, जैव विविधता के संरक्षण, राष्ट्रिय उद्यान, वन्यजीव, सेंचुरी और रामसर स्थल |
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पर्यावरण के मुद्दे | वायु प्रदूषण और इसका नियंत्रण; जल प्रदूषण और इसका नियत्रण; कृषि रसायन और इसके प्रभाव; ठोस कचरा प्रबंधन; रेडियोधर्मी अपशिष्ट प्रबंधन; ग्रीन हाउस प्रभाव और जलवायु परिवर्तन के प्रभाव और बचाव; ओज़ोन परत क्षरण; वनोन्मूलन; पर्यावरण के मुद्दे को संबोधित करते हुए सफलता की कहानी के उदाहरण का अध्ययन |
कक्षा 12 के लिए झारखंड बोर्ड गणित पाठ्यक्रम निम्नलिखित है:
इकाई | अध्याय | टॉपिक |
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संबंध और फलन | संबंध और फलन | संबंधों के प्रकार: परावर्तित, सममित, सकर्मक और तुल्यता संबंध। एकेकिक और आच्छादिक फलन, समग्र कार्य, फलन का प्रतिलोम |
प्रतिलोम त्रिकोणमितीय फलन | परिभाषा, परास, परिसर, मुख्य शाखा, प्रतिलोम त्रिकोणमितीय फलन का आरेख, प्रतिलोम त्रिकोणमितीय फलन के प्रारंभिक गुणधर्म | |
बीजगणित | आव्यूह | अवधारणा, संकेत, कोटि, समिका, आव्यूह के प्रकार, शून्य और तत्समक आव्यूह, आव्यूह का परिवर्त, सममित और विषमतलीय-सममित आव्यूह। आव्यूह पर संक्रियाएं: जोड़ और गुणन और अदिश के साथ गुणा। जोड़ गुणा और अदिश गुणन की सामान्य संक्रियाएं। आव्यूह के गुणन की क्रमविनिमयता और अशून्य आव्यूह का अस्तित्व जिसका गुणनफल शून्य आव्यूह है (क्रम 2 के वर्ग आव्यूहों तक सीमित) प्रारम्भिक पंक्ति और स्तम्भ संक्रियाओं की अवधारणा। व्युत्क्रमणीय आव्यूह और व्युत्क्रमणीय के अद्वितीय हल की उपपत्ति,यदि उसका अस्तित्व है; (यहाँ, सभी आव्यूह वास्तविक प्रविष्टि होंगे) |
सारणिक | वर्ग आव्यूह का सारणिक (3 x 3 आव्यूह तक), सारणिक की विशेषता, उपसारणिक, सहखंड और त्रिभुज का क्षेत्रफल ज्ञात करने के लिए सारणिक का उपयोग. एक वर्ग आव्यूह के सहखंडज और प्रतिलोम। संगतता, असंगतता और उदाहरण द्वारा रेखिक समीकरण के निकाय के हलों की संख्या, प्रतिलोम आव्यूह का उपयोग करते हुए दो और तीन चरों में रेखिक समीकरणों के हल निकाय (अद्वितीय समाधान) |
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कलन | सांतत्य तथा अवकलनीयता | सांतत्य तथा अवकलनीयता, संयुक्त फलनों के अवकलज, क्षृंखला नियम, प्रतिलोम त्रिकोणमितीय फलनों के अवकलज, अस्पष्ट फलनों के अवकलज। चरघातांकीय और लघुघातांकीय फलनों की अवधारणा। लघुगणकीय अवकलन, प्राचलिक रूपों में प्रदर्शित फलनों के अवकलज। द्वितीय कोटि के अवकलज। रॉल और लैग्रेंज माध्य मान प्रमेय (बिना उपपत्ति) और उनके ज्यामितीय व्याख्या |
अवकलज के अनुप्रयोग | अवकलज के अनुप्रयोग: बॉडीज के परिवर्तन की दर, वर्धमान/ह्यासमान फलन, स्पर्श रेखा और अभिलम्ब, सन्निकटन में अवकलज के उपयोग, उच्चिष्ठ और निम्निष्ठ (प्रथम अवकलज टेस्ट ज्यामितीय रूप से होता है और द्वित्तीय अवकलज टेस्ट सिद्ध उपकरण के रूप में दिया जाता है) सामान्य समस्याएं (जो बुनियादी सिद्धांतों का वर्णन करती हैं और विषय के साथ-साथ वास्तविक जीवन की स्थितियों को समझाती है) |
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समाकलन | अवकलन के व्युत्क्रम प्रक्रम के रूप में समाकलन। आंशिक भिन्न द्वारा और भाग द्वारा प्रतिस्थापन द्वारा फलन के समूह का समाकलन। साधारण समाकलन का मान और उन पर आधारित प्रश्न। कलन के आधारभूत प्रमेय के योग की सीमा के रूप में निश्चित समाकलन (बिना उपपत्ति)। निश्चित समाकलन के सामान्य गुणधर्म और निश्चित समाकलन का मान |
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समाकलन के उपयोग | सरल वक्रों, विशेष रूप से रेखाओं, वृत्तों, परवलयों, दीर्घवृत्तों के अंतर्गत क्षेत्रफल ज्ञात करने में अनुप्रयोग (केवल मानक रूप में)। उपरोक्त दोनों में से किसी भी वक्र के बीच का क्षेत्रफल (क्षेत्र स्पष्टतया पहचानने योग्य होना चाहिए) |
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अवकल समीकरण | परिभाषा, कोटि और डिग्री, अवकल समीकरण का सामान्य और व्यक्तिगत हल। अवकल समीकरण जिसका सामान्य हल गया हो। चरों को अलग करके अवकल समीकरण का हल, प्रथम कोटि और प्रथम डिग्री की समांगी अवकल समीकरण हल। रेखिक अवकल समीकरण के हल |
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सदिश और त्रि-विमीय ज्यामिति | सदिश | सदिश और अदिश, सदिश का आयाम और दिशा। दिशा कोसाइन और सदिश का दिशा अनुपात। सदिश के प्रकार (समान, इकाई, शून्य, समांतर और संरेखीय सदिश), एक बिंदु का स्थिति सदिश, सदिश का ऋणात्मक, सदिश के घटक, सदिश का जोड़, सदिश का अदिश से गुणा, दिए गए अनुपात में एक रेखाखंड को भाजित करते हुए बिंदु का स्थिति सदिश। परिभाषा, ज्यामितीय व्याख्या, सदिश का अदिश (डॉट) गुणा के गुण और उपयोग, सदिशों का सदिश (क्रॉस) गुणा, सदिश का अदिश त्रिगुणनफल |
त्रिविमीय ज्यामिति | दिशा कोसाइन और दो बिंदुओं को जोड़ने वाली रेखा का दिशा अनुपात। कार्तीय समीकरण और रेखा का सदिश समीकरण, सहतलीय और विषमतलीय रेखा, दो रेखाओं की बीच की न्यूनतम दूरी। एक तल की कार्तीय और सदिश समीकरण। दो रेखाओं और दो समान रेखाओं के बीच का कोण और एक तल से बिंदु की सीधी दूरी। |
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रैखिक प्रोग्रामन | परिचय, संबंधित शब्दावली जैसे की प्रतिबंध, उद्देश्य फलन, सुसंगत। भिन्न-भिन्न प्रकार की रैखिक प्रोग्रामन समस्याएं। रैखिक प्रोग्रामन समस्याओं के गणितीय सूत्र। दो चरों में समस्याओं के लिए हल का आलेखीय प्रकार। सुसंगत और असुसंगत क्षेत्र (परिबद्ध या अपरिबद्ध)। सुसंगत और असुसंगत हल। इष्टतम सुसंगत हल (तीन गैर रूड प्रतिबंधों तक) |
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प्रायिकता | सप्रतिबंध प्रायिकता प्रायिकता के स्वतंत्र घटनाओं पर गुणनफल प्रमेय, कुल प्रायिकता, बेयस प्रमेय, यादृच्छिक चर और इसका प्रायिकता वितरण माध्य और यादृच्छिक चरों का प्रसरण, द्विपद प्रायिकता बंटन |
कक्षा 12 के लिए झारखंड बोर्ड रसायन विज्ञान पाठ्यक्रम निम्नलिखित है:
इकाई | टॉपिक |
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ठोस अवस्था | विभिन्न बंधन बलों के आधार पर ठोसों का वर्गीकरण: आणविक, आयनिक, सहसंयोजक और धात्विक ठोस, अनाकार और क्रिस्टलीय ठोस (प्रारंभिक विचार). दो आयामी और त्रि-आयामी जाली में यूनिट सेल, यूनिट सेल के घनत्व की गणना, ठोस में संकुलन, संकुलन क्षमता, रिक्तियां, घनीय यूनिट सेल में प्रति यूनिट सेल में परमाणुओं की संख्या, बिंदु दोष, विद्युत और चुंबकीय गुण धातुओं का बैंड सिद्धांत, चालक, अर्धचालक और कुचालक और n और p-प्रकार के अर्धचालक |
विलयन | विलयन के प्रकार, द्रव में ठोस के विलयन की सांद्रता का व्यंजक, तरल पदार्थों में गैसों की घुलनशीलता और ठोस विलयन, राउल्ट का नियम, अनुबंधित विशेषताएं–वाष्प के दबाव का एक सापेक्ष कम होना, क्वथनांक उन्नयन, हिमांक का अवसाद और परासरण दाब, अनुबंधित विशेषताएं का उपयोग करके आणविक द्रव्यमान का निर्धारण और असामान्य आणविक द्रव्यमान, वैंट हॉफ फैक्टर |
विद्युत रसायन | रेडॉक्स अभिक्रिया, सेल का विद्युत वाहक बल, मानक इलेक्ट्रॉड विभव नर्नस्ट समीकरण और रासायनिक सेलों पर इसका अनुप्रयोग, गिब्स ऊर्जा परिवर्तन और सेल के विद्युत वाहक बल के बीच संबंध, विद्युत अपघट्य विलयन में चालन, विशिष्ट और मोलर चालकता, सांद्रता के साथ चालन में परिवर्तन, कोलरौश का नियम, विद्युत अपघटन और विद्युत अपघटन के नियम (प्रारंभिक विचार), शुष्क सेल– विद्युत् अपघटनी सेल और गैल्वेनिक सेल, सीसा संचायक, ईंधन सेल, संक्षारण |
रासायनिक गतिकी | अभिक्रिया की दर (औसत और तात्क्षणिक), अभिक्रिया की दर को प्रभावित करने वाले कारक: सांद्रता, तापमान, उत्प्रेरक; एक अभिक्रिया का क्रम और आणविकता, दर नियम और विशिष्ठ दर नियतांक, समाकलित दर समीकरणें और अर्ध-आयु (शून्य और प्रथम कोटी की अभिक्रियाओं के लिए), संघट्ट सिद्धांत की अवधारणा (प्रारंभिक विचार, कोई गणितीय उपचार नहीं), सक्रियण ऊर्जा, आरेनियस समीकरण |
पृष्ठीय रसायन | अधिशोषण – भौतिक अधिशोषण और रसायन अधिशोषण, गैसों तथा ठोसों के अधिशोषण का प्रभावित करने वाले कारक, उत्प्रेरण: समांगी और विषमांगी, ठोस उत्प्रेरक की सक्रियता और चयनात्मकता, एंजाइम उत्प्रेरण, कोलाइडी अवस्था: वास्तविक विलयन के बीच अंतर, कोलाइड और निलंबन, लियोफिलिक, लियोफोबिक, बहु-आण्विक और मैक्रोमोलेक्यूलर कोलाइड्स, कोलाइड की विशेषता, टिंडल प्रभाव, ब्राउनी गति, वैद्युतकणसंचलन, स्कंदन, पायस – पायस के प्रकार |
तत्वों के पृथ्थकरण के सामान्य सिद्धांत और प्रक्रियाएं | निष्कर्षण के सिद्धांत और तरीके– सांद्रता, ऑक्सीकरण, अपचयन– विद्युत अपघटनी विधि और शोधन; एलुमिनियम, ताम्बा, ज़िंक, लोहा के निष्कर्षण की विधि और सिद्धांत |
p-ब्लॉक तत्व | वर्ग 15 तत्व: सामान्य परिचय, इलेक्ट्रॉनिक विन्यास, घटन , ऑक्सीकरण अवस्था, भौतिक और रासायनिक गुणों में रुझान; नाइट्रोजन बनाने के गुण और उपयोग; नाइट्रोजन के यौगिक: अमोनिया और नाइट्रिक अम्ल को बनाना और विशेषता, नाइट्रोजन के ऑक्साइड (केवल संरचना); फास्फोरस– अपररूप, फास्फोरस के यौगिक: फॉस्फीन की निर्माण और गुण, हैलाइड्स और ऑक्सोएसिड्स (केवल प्राथमिक विचार) वर्ग 16 तत्व: सामान्य परिचय, इलेक्ट्रॉनिक विन्यास, आक्सीकरण अवस्था, घटन, भौतिक और रासायनिक गुणों में रुझान, डाइऑक्सीजन: निर्माण, गुण और उपयोग, ऑक्साइड, ओज़ोन का वर्गीकरण, सल्फर -एलोट्रोपिक रूप; सल्फर के योगिक: सल्फर के निर्माण विशेषता और उपयोग -डाइऑक्साइड, सल्फ्यूरिक अम्ल: निर्माण की औद्योगिक विधि, विशेषता और उपयोग; सल्फर के ऑक्सोएसिड (केवल संरचनाएं) वर्ग 17 तत्व: सामान्य परिचय, इलेक्ट्रॉनिक विन्यास, ऑक्सीकरण अवस्था, घटन, भौतिक और रासायनिक गुणों में रुझान; हैलोजन के यौगिक, निर्माण, क्लोरीन और हाइड्रोक्लोरिक अम्ल के गुण और उपयोग, अन्तराहैलोजन यौगिक, हेलोजन के ऑक्सोएसिड(केवल सरंचनाएं) वर्ग 18 तत्व: सामान्य परिचय, इलेक्ट्रॉनिक विन्यास, ऑक्सीकरण अवस्था, घटन, भौतिक और रासायनिक गुणों में रुझान |
d और f ब्लॉक तत्व | सामान्य परिचय, इलेक्ट्रॉनिक विन्यास, निर्माण और संक्रमण धातुओं की विशेषताएं. पहली पंक्ति के संक्रमण धातुओं के गुणों में सामान्य प्रवृति– धात्विक गुण, आयनन एन्थैल्पी, ऑक्सीकरण अवस्था , आयनिक त्रिज्या, रंग, उत्प्रेरक गुण, चुंबकीय गुण, अंतरालीय यौगिक, मिश्र धातु निर्माण. K2Cr2O7 और KMnO4 निर्माण और गुण लैंथेनॉइड्स– इलेक्ट्रॉनिक विन्यास, ऑक्सीकरण अवस्था, रासायनिक सक्रियता और लैंथेनॉइड संकुचन और इसके परिणाम. एक्टिनाइड्स– इलेक्ट्रॉनिक विन्यास, ऑक्सीकरण और लैंथेनाइड के साथ तुलना |
उपसहसयोंजक यौगिक | उपसहसयोंजक यौगिक– परिचय, सलंगनी, उपसहसयोंजक संख्या, रंग, चुंबकीय गुण औरआकार, एकल नाभिकीय उपसहसयोंजक यौगिकों का IUPAC नामकरण, बॉन्डिंग, वर्नर का सिद्धांत, VBT, और CFT; संरचना और त्रिविम समावयवी, उपसहसयोंजक यौगिकों का महत्व (गुणात्मक विश्लेषण में, धातुओं का निष्कर्षण और जैविक प्रणाली) |
हैलोएल्कीन तथा हैलोऐरिन | हेलोऐल्केन नामकरण, C–X बंध की प्रकृति, भौतिक और रासायनिक गुण, प्रतिस्थापन अभिक्रियाओं का प्रकाशिक घूर्णन तंत्र हैलोऐरिन C–X बंध की प्रकृति, प्रतिस्थापन अभिक्रियाएं (केवल एकलप्रतिस्थापित यौगिकों में हलोजन का निर्देशक प्रभाव) उपयोग और पर्यावरणीय प्रभाव डाइक्लोरोमिथेन ट्राईक्लोरोमिथेन टेट्राक्लोरोमिथेन आयडोफार्म फ्रीऑन DDT |
-एल्कोहल,फीनॉल एवं ईथर | एल्कोहल नामकरण निर्माण के तरीके भौतिक और रासायनिक गुण (केवल प्राथमिक एल्कोहल का) प्राथमिक द्वित्तीयक और तृत्तीयक एल्कोहल की पहचान निर्जलीकरण की क्रियाविधि मेथनॉल और एथेनॉल के विशिष्ठ संदर्भ के साथ उपयोग फिनॉल नामकरण निर्माण की विधि भौतिक और रासायनिक गुण फिनॉल का अम्लीय प्रकृति इलेक्ट्रोफिलिक प्रतिस्थापन अभिक्रिया फिनॉल के उपयोग ईथर नामकरण निर्माण की विधि भौतिक और रासायनिक विशेषता ईथर के उपयोग |
एल्डिहाइड, कीटोन और कार्बोक्जिलिक अम्ल | एल्डिहाइड, कीटोन नामकरण कार्बोनिल समूह की प्रकृति निर्माण की विधि भौतिक और रासायनिक गुण न्यूक्लियोफिलिक सयोंजन का तंत्र एल्डिहाइड में अल्फा हाइड्रोजन की सक्रियता उपयोग कार्बोक्जिलिक अम्ल नामकरण अम्लीय प्रकृति निर्माण की विधि भौतिक और रासायनिक गुण उपयोग |
ऐमीन | ऐमीन नामकरण वर्गीकरण सरंचना विरचन की विधियाँ भौतिक और रासायनिक गुण उपयोग प्राथमिक द्वित्तीयक और तृत्तीयक ऐमीन की पहचान डायज़ोनियम लवण तैयारी रासायनिक अभिक्रिया सिंथेटिक कार्बनिकरसायन का महत्व |
जैविक अणुओं | कार्बोहाइड्रेट वर्गीकरण (एल्डोज और केटोज) मोनोसैकेराइड(ग्लूकोज और फ्रक्टोज) D-L ओलिगोसैकैराइड विन्यास (सुक्रोज, लैक्टोज, माल्टोज) बहुशर्करा (स्टार्च, सेल्युलोज, ग्लाइकोजन) कार्बोहाइड्रेट का महत्व प्रोटीन प्राथमिक विचार – एमीनो एसिड, पेप्टाइड बंध, पॉलीपेप्टाइड, प्रोटीन प्रोटीन की संरचना –प्राथमिक द्वित्तीयक और तृत्तीयक सरंचना और चतुर्थ सरंचना (केवल गुणात्मक विचार) प्रोटीन का विकृतीकरण एंजाइम हार्मोन– संरचना को छोड़कर प्राथमिक विचार विटामिन – वर्गीकरण और कार्य नाभिक अम्ल – DNA और RNA |
बहुलक | वर्गीकरण – प्राकृतिक और संश्लेषित बहुलकीकरण की विधियाँ (संयोजन और संघनन) सहबहुलकीकरण कुछ महत्वपूर्ण बहुलक: प्राकृतिक और संश्लेषित जैसे पॉलिथीन, नायलॉन पॉलीएस्टर, बैकलाइट, रबर जैवनिम्नीकरणीय और अजैवनिम्नीकरणीय बहुलक |
दैनिक जीवन में रसायन | दवाओं में रसायन: दर्दनाशक, प्रशान्तक, रोगाणुरोधकों, कीटाणुनाशक, रोगाणुरोधी, उर्वरता रोधी दवाएं, एंटीबायोटिक, एंटासिड, एंटीथिस्टेमाइंस भोजन में रसायन: संरक्षक, कृत्रिम मधुरक एजेंटों, एंटीऑक्सीडेंट का प्राथमिक विचार सफाई एजेंट: साबुन और डिटर्जेंट, सफाई क्रिया |
कक्षा 12 के लिए झारखंड बोर्ड भौतिकी पाठ्यक्रम निम्नलिखित है:
इकाई | अध्याय | टॉपिक |
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स्थिर वैद्युतिकी | विद्युत आवेश और क्षेत्र | विद्युत आवेश; आवेश का संरक्षण, कूलम्ब का नियम-दो बिंदु आवेशों के बीच बल, भिन्न भिन्न आवेशों की बीच बल; अध्यारोपण का सिद्धांत और सतत आवेश वितरण विद्युत क्षेत्र, बिंदु आवेश के कारण विद्युत क्षेत्र,विद्युत क्षेत्र रेखाएं, विद्युत द्वि ध्रुव, द्वि ध्रुव के कारण विधुत क्षेत्र, एकसमान विद्युत क्षेत्र में एक द्वि ध्रुव पर आघूर्ण विद्युत फ्लक्स, गाउस प्रमेय का कथन और अपरिमित रूप से लंबे सीधे तार, समान रूप से आवेशित किए गए अनंत समतल शीट और एकसमान रूप से आवेशित पतले गोलाकार कोश (अंदर और बाहर क्षेत्र) के कारण क्षेत्र ज्ञात करने के लिए इसके उपयोग |
स्थिर वैद्युत विभव और धारिता | विद्युत विभव, विभवान्तर, बिंदु आवेश, द्वि ध्रुव और आवेशों के निकाय के कारण विद्युत विभव; समविभव पृष्ठ, दो बिंदु आवेशों वाले निकाय की विद्युत स्थितिज ऊर्जा और स्थिर विद्युत क्षेत्र में द्वि ध्रुव चालक और कुचालक, एक चालक के अंदर मुक्त आवेश और बाध्य आवेश, परावैद्युत और विद्युत ध्रुवण, संधारित्र और धारिता, संधारित्रों का श्रेणीक्रम और समांतर कर्म संयोजन, प्लेटों के बीच में परावैद्युत माध्यम के साथ तथा उसके बिना समांतर प्लेट संधारित्र की धारिता, संधारित्र में संचित ऊर्जा |
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धारा वैद्युतिकी | धारा वैद्युतिकी | विद्युत धार, धात्विक चालक में विद्युत आवेशों का प्रवाह, अपवहन वेग, गतिशीलता और उसका विद्युत धारा के साथ संबंध; ओम का नियम, विद्युतीय प्रतिरोध, V-I विलक्षण (रेखीक और अरेखीक), विद्युत ऊर्जा और शक्ति, विधुत प्रतिरोधकता और चालकता, कार्बन प्रतिरोधक, कार्बन प्रतिरोधक के लिए रंग कोड; प्रतिरोधों के श्रेणीक्रम और समांतर क्रम संयोजन; प्रतिरोध की ताप पर निर्भरता सेल का आंतरिक प्रतिरोध, सेल का विभवांतर और विद्युत वाहक बल, सेलों का श्रेणीक्रम और समांतर क्रम संयोजन, किरचॉफ नियम और इसके सामान्य उपयोग, व्हीटस्टोन सेतु, मीटर सेतु विभवमापी– सिद्धांत और विभवान्तर मापने और दो सेलों के विद्युत वाहक बलों की तुलना करने में इसका उपयोग; सेल के आंतरिक प्रतिरोध का मापन |
धारा का चुंबकीय प्रभाव और चुंबकत्व | गतिशील आवेश और चुंबकत्व | चुंबकीय क्षेत्र की अवधारणा, ओरेस्टेड का प्रयोग बायोट-सावर्ट का नियम और धारावाही वृत्ताकार लूप में इसका उपयोग एम्पियर का नियम और एक अपरिमित लम्बे सीधे तार में इसका उपयोग, सीधी और टोरॉइडी परिनालिकाएँ (केवल गुणात्मक उपचार), एक समान चुंबकीय और विद्युत क्षेत्र में एक गतिशील आवेश पर बल, साइक्लोट्रोन एकसमान चुंबकीय क्षेत्र में धारावाही चालक पर बल, दो समांतर धारावाही चालकों के बीच बल-एक एम्पियर की परिभाषा, एक धारालूप द्वारा एक समान चुंबकीय क्षेत्र में अनुभव किया गया बल आघूर्ण; चल कुंडली धारामापी-इसकी धारा सुग्राहिता और अमीटर और वोल्टमीटर में परिवर्तन |
चुंबकत्व और पदार्थ | एक चुंबकीय द्विध्रुव के समान धारा लूप-इसका चुंबकीय द्विध्रुव आघूर्ण, गतिशील इलेक्ट्रॉन का चुंबकीय द्विध्रुव आघूर्ण, चुंबकीय द्विध्रुव के कारण इसके अक्षों के अनुदिश और लंबवत चुंबकीय क्षेत्र की तीव्रता (दंड चुंबक), एक समान चुंबकीय क्षेत्र चुंबकीय द्विध्रुव पर बल आघूर्ण; एक समकक्ष परिनालिका के रूप में दंड चुंबक, चुंबकीय क्षेत्र रेखाएं; पृथ्वी का चुंबकीय क्षेत्र और चुंबकीय तत्व उदाहरणों के साथ अनुचुंबकीय, लोहचुंबकीय और प्रतिचुंबकीय पदार्थ, विद्युत चुंबक और इसकी क्षमता को प्रभावित करने वाले कारक, स्थायी चुंबक |
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विद्युतचुंबकीय प्रेरण और प्रत्यावर्ती धाराएं | विद्युतचुंबकीय प्रेरण | विद्युतचुंबकीय प्रेरण फैराडे के नियम प्रेरित विद्युत वाहक बल और धारा लेंज़ का नियम भंवर धारा स्वप्रेरण तथा अन्योन्य प्रेरण |
प्रत्यावर्ती धारा | प्रत्यावर्ती धाराएं, प्रत्यावर्ती धारा और वोल्टता का शिखर और वर्ग मध्य मूल मान प्रतिघात और प्रतिबाधा LC दोलन (केवल गुणात्मक विचार), LCR श्रेणी परिपथ, अनुनाद AC परिपथ में शक्ति, शक्ति गुणांक, वाटहीन धारा प्रत्यावर्ती धारा जनित्र और ट्रांसफार्मर |
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विद्युत चुंबकीय तरंग | विद्युत चुंबकीय तरंग | विस्थापन धारा का सामान्य विचार, विद्युत चुंबकीय तरंग उनकी अभिलक्षण, उनकी अनुप्रस्थ प्रकृति (केवल गुणात्मक विचार) विद्युत चुंबकीय स्पेक्ट्रम (रेडियो तरंगे, सूक्ष्म तरंगे, अवरक्त, दृश्य, पराबैंगनी, X-किरणें, गामा किरणें) उनके उपयोगों के बारे में प्राथमिक तथ्यों सहित |
प्रकाशिकी | किरण प्रकाशिकी और प्रकाशिक उपकरण | तरंग प्रकाशिकी: प्रकाश का परावर्तन, गोलीय दर्पण, दर्पण सूत्र, प्रकाश का अपवर्तन, पूर्ण आंतरिक परावर्तन और इसके उपयोग, प्रकाशीय तंतु, गोलीय पृष्ठ पर अपवर्तन, लेंस, पतला लेंस का सूत्र, लेंसमेकर सूत्र, आवर्धन, लेंस की क्षमता, स्पर्श में पतले लेंसों का संयोजन, प्रिज्म के माध्यम से प्रकाश का अपवर्तन प्रकाश का प्रकीर्णन: सूर्योदय और सूर्यास्त के समय आकाश का नीला और सूर्य का लाल दिखना प्रकाशिक उपकरण: सूक्ष्मदर्शी और खगोलीय दूरबीन (परिवर्तनीय और अपवर्तनीय) और उनकी आवर्धन क्षमता |
तरंग प्रकाशिकी | तरंगाग्र और हाइजेन का सिद्धांत, तरंगाग्र का उपयोग करते हुए समतल पृष्ठ पर समतल तरंग का परावर्तन और अपवर्तन परावर्तन के नियमों का प्रमाण और हाइजेन के सिद्धांत उपयोग करते हुए अपवर्तन व्यतिकरण यंग का द्विस्लिट प्रयोग और फ्रिंज चौड़ाई के लिए व्यंजक संबंद्ध स्त्रोत और प्रकाश का सतत व्यतिकरण एकल स्लिट द्वारा विवर्तन केंद्रीय उच्चिष्ठ की चौड़ाई सूक्ष्मदर्शी की विभेदन क्षमता और खगोलीय दूरबीन ध्रुवण, समतल ध्रुवित प्रकाश ब्रूस्टर का नियम: समतल ध्रुवित प्रकाश और पोलेरॉइड का उपयोग |
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विकिरण और पदार्थ की द्वैत प्रकृति | विकिरण और पदार्थ की द्वैत प्रकृति | विकिरण और पदार्थ की द्वैत प्रकृति, प्रकाशविद्युत प्रभाव, हर्ट्ज़ और लेनार्ड के अवलोकन; आइंस्टीन की प्रकाश विद्युत समीकरण-प्रकाश की कणीय प्रकृति प्रकाशविद्युत प्रभाव के प्रायोगिक अध्ययन पदार्थ तरंगे-कण की तरंग प्रकृति, दे ब्रॉगली संबंध, डेविसन-जर्मर प्रयोग (प्रयोगात्मक विवरण छोड़ दिया जाना चाहिए; केवल निष्कर्ष का वर्णन करना चाहिए) |
परमाणु और नाभिक | परमाणु | अल्फा-कण प्रकीर्णन प्रयोग परमाणु का रदरफोर्ड मॉडल बोहर मॉडल, ऊर्जा स्तर, हाइड्रोजन स्पेक्ट्रम |
नाभिक | नाभिक का संयोजन और आकार, रेडिओ सक्रियता, अल्फा, बीटा और गामा कण/किरण और उनके गुण; रेडियोधर्मी क्षय नियम, अर्ध-आयु और माध्य आयु द्रव्यमान ऊर्जा संबंध, द्रव्यमान क्षति; प्रति न्यूक्लियॉन बंधन ऊर्जा और द्रव्यमान संख्या के साथ इसका परिवर्तन; नाभिकीय विखंडन, नाभिकीय संलयन |
|
इलेक्ट्रॉनिक उपकरण | अर्धचालक इलेक्ट्रॉनिक: सामग्री उपकरण और साधारण परिपथ | चालकों अर्धचालकों और कुचालकों में ऊर्जा बैंड (केवल गुणात्मक विचार) अर्धचालक डायोड: अग्र और पश्च बायस में I-V अभिलाक्षणिक, दिष्टकारी के रूप में डायोड; p-n संधि डायोड के विशिष्ट उदेश्य : LED, प्रकाशिक डायोड, सोलर सेल और जेनर डायोड और उनके अभिलाक्षणिक, वोल्टता नियामक के रूप में जेनर डायोड |
Students must demonstrate their reading and writing abilities in the final Board Examinations to receive excellent grades in the JAC Class 12th English paper. Reading passages should be chosen at random. To answer the questions linked with the paragraphs, students must read the sections completely. The more you practice, the better your writing abilities will get with time.
These are the syllabus for Jharkhand Board exams 2023:
Class 12 Syllabus for English | |
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Section | Topic |
Term I | |
Literature/ Textbooks | FLAMINGO Prose: 1. The Last Lesson 2. Lost Spring 3. Deep Water Poetry: 1. My Mother at Sixty Six 2. An Elementary School Classroom in a Slum 3. Keeping Quiet VISTAS 1. The Third Level 2. The Enemy |
Reading skills | Unseen passage: Factual Passage Descriptive Passage Literary/Persuasive/ Discursive Passage. Unseen case based factual passage with verbal/visual inputs like statistical data charts newspaper report. |
Writing skills | Short Composition: Notice writing, Classified Advertisement Long Writing Task: Letter Writing, Article Writing |
Assessment of Listening and Speaking Skills | Listening Activity |
Term II | |
Literature/ Textbooks | FLAMINGO Prose: 4. The Rattrap 5. Indigo Poetry: 4. A Thing of Beauty 5. Aunt Jennifer’s Tigers VISTAS 3. Should Wizard hit Mommy? 4. On the Face of It 5. Evans Tries An O-Level |
Reading skills | Unseen passage: Factual Passage Descriptive Passage Literary/Persuasive/ Discursive Passage. Unseen case based factual passage with verbal/visual inputs like statistical data charts newspaper report. |
Writing skills | Short Composition: Formal & Informal Invitation Cards or the Replies to Invitation/s. Long Writing Task: Letter/Application for a Job, Report Writing. |
Project work + Viva/ALS | Project report/ script /essay Viva |
कक्षा 12 के विद्यार्थियों को भारत के पूरे इतिहास का अध्ययन करना चाहिए। अपने इतिहास श्रेणी को बेहतर बनाने के लिए महत्वपूर्ण तिथियाँ और ऐतिहासिक घटनाओं को याद रखें।
कक्षा 12 के लिए झारखंड बोर्ड इतिहास पाठ्यक्रम निम्नलिखित है:
भारतीय इतिहास के विषय- I, II और III |
---|
*हड़प्पा सभ्यता |
*प्रारंभिक राज्य और अर्थव्यवस्थाएं (600 ईसा पूर्व-600 ईसवीं) |
*प्रारंभिक समाज (600 ईसा पूर्व-600 ईसवीं) |
*सांस्कृतिक विकास (600 ईसा पूर्व-600 ईसवीं) |
*समाज की धारणाएँ (दसवीं से सत्रहवीं शताब्दी तक) |
*धार्मिक विश्वासों और भक्ति ग्रंथों में परिवर्तन (आठवीं से अठारहवीं शताब्दी) |
*शाही राजधानी- विजयनगर (चौदहवीं से सोलहवीं शताब्दी) |
*कृषि समाज और मुगल साम्राज्य (सोलहवीं-सत्रहवीं शताब्दी) |
*मुगल दरबार (सोलहवीं-सत्रहवीं शताब्दी) |
*उपनिवेशवाद और ग्रामीण क्षेत्र |
*1857 का विद्रोह और उसका प्रतिनिधित्व |
*औपनिवेशिक शहर- शहरीकरण, योजना और वास्तुकला |
*महात्मा गांधी और राष्ट्रवादी विकास |
*विभाजन को समझना |
*संविधान का निर्माण |
पूछे जाने वाले प्रश्नों का टॉपिक और 12वीं प्रश्न पत्र के कुल अंक विद्यार्थियों को पता होना चाहिए। नीचे दी गई तालिका में उनकी जाँच करें:
विषय | प्रश्नों की संख्या |
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भौतिकी | 20 |
रसायन विज्ञान | 34 |
जीव विज्ञान | 18 |
राजनीति विज्ञान | 35 |
लेखाशास्त्र | 29 |
अर्थशास्त्र | 32 |
इतिहास | 33 |
व्यावसायिक गणित | 31 |
झारखंड बोर्ड कक्षा 12 भौतिकी प्रायोगिक पाठ्यक्रम
भौतिकी प्रायोगिक के बारे में विवरण नीचे दी गई तालिका में दिया गया है:
भाग अ: प्रयोग |
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मीटर सेतु के उपयोग से दिए गए तार का प्रतिरोध ज्ञात करके तार के पदार्थ की प्रतिरोधकता (विशिष्ट प्रतिरोध) ज्ञात करना। |
विभवांतर तथा विद्युत धारा के बीच ग्राफ आलेखित करके दिए गए तार के लिए प्रति सेंटीमीटर प्रतिरोध ज्ञात करना। |
मीटर सेतु द्वारा प्रतिरोधों के संयोजन के नियमों (श्रेणीक्रम / समांतरक्रम) को सत्यापित करना। |
विभवमापी का प्रयोग करके दो दिए गए प्राथमिक सेलों के विद्युत वाहक बल (emf) की तुलना करना। |
विभवमापी का प्रयोग करके किसी दिए गए प्राथमिक सेल का आंतरिक प्रतिरोध ज्ञात करना। |
अर्द्ध विक्षेपण विधि द्वारा एक गैल्वेनोमीटर का प्रतिरोध ज्ञात करना और इसका दक्षतांक परिकलित करना। |
दिए गए गैल्वेनोमीटर (ज्ञात प्रतिरोध या दक्षतांक वाले) को वांछित परिसर के अमीटर और वोल्टमीटर में परिवर्तित करना और इनका सत्यापित करना। |
सोनोमीटर (स्वरमापी) से प्रत्यावर्ती धारा (AC) मेन्स की आवृत्ति ज्ञात करना। |
भाग ब: प्रयोग |
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अवतल दर्पण की स्थिति ‘u’ के विभिन्न मानों के लिए ‘v’ के मान ज्ञात करना और इसकी फोकस दूरी ज्ञात करना। |
उत्तल लेंस का उपयोग करके उत्तल दर्पण की फोकस दूरी ज्ञात करना। |
u तथा v अथवा 1/u तथा 1/v के बीच ग्राफ आलेखित करके उत्तल लेंस की फोकस दूरी ज्ञात करना। |
उत्तल लेंस का उपयोग करके अवतल लेंस की फोकस दूरी ज्ञात करना। |
आपतन कोण और विचलन कोण के बीच ग्राफ आरेखित करके किसी दिए गए प्रिज्म के लिए न्यूनतम विचलन कोण ज्ञात करना। |
चल सूक्ष्मदर्शी का उपयोग करके किसी काँच के स्लैब का अपवर्तनांक ज्ञात करना। |
(i) अवतल दर्पण, (ii) उत्तल लेंस और समतल दर्पण का उपयोग करके किसी द्रव का अपवर्तनांक ज्ञात करना। |
अग्रदिशिक बायस और पश्च दिशिक बायस में किसी p-n संधि के लिए I-V अभिलाक्षणिक वक्र आरेखित करना। |
जेनर डायोड के अभिलाक्षणिक वक्र को आलेखित करना और इसकी प्रतीप भंजन वोल्टता ज्ञात करना। |
उभयनिष्ठ-उत्सर्जक n-p-n अथवा p-n-p विन्यास वाले ट्रांजिस्टर के अभिलाक्षणिक अध्ययन करना तथा धारा एवं वोल्टता लब्धि के मानों को ज्ञात करना। |
JAC क्लास 12वीं परीक्षा 2023 की तैयारी के लिए टिप्स, विस्तृत अध्ययन योजना और अन्य के बारे में जानने के लिए नीचे पढ़ें:
हमने कुछ अद्भुत तैयारी टिप्स का उल्लेख किया है ताकि आप तदनुसार अपनी अध्ययन योजनाओं को व्यवस्थित कर सकें। विद्यार्थियों को सलाह दी जाती है कि वे अंत का सहारा लेने के बजाय पहले से ही कड़ी मेहनत से अध्ययन करें और अपनी परीक्षा की तैयारी करें।
यहाँ कुछ अध्ययन विशेषज्ञ-वर्णित तैयारी चरण हैं जिनका विद्यार्थी 2023 में JAC 12वीं परीक्षाओं के लिए अनुसरण कर सकते हैं:
परीक्षा देने वाली कुछ रणनीतियाँ निम्नलिखित हैं:
इस अनुभाग में आप पिछले वर्ष के पेपर, पिछले वर्ष की कट-ऑफ और पिछले वर्ष की टॉपर सूची इत्यादि के बारे में जान सकते हैं:
कक्षा 12वीं प्रश्न पत्र परीक्षा के लिए अध्ययन करने वाले विद्यार्थियों के लिए एक सहायक संसाधन है। विद्यार्थियों के लिए कार्य हमेशा अच्छे थे। झारखंड बोर्ड द्वारा कक्षा 12वीं के प्रश्न पत्र के संबंध में, शिक्षकों और प्रौढ़ विद्यार्थियों को लगातार अभ्यास करने का आग्रह किया गया था। मेरी राय में, विद्यार्थियों के लिए अपनी अध्ययन की तैयारियों का मूल्यांकन करने का यह सबसे बड़ा तरीका है।
झारखंड बोर्ड 12वीं कक्षा के प्रश्नों को हल करने के लाभ निम्नानुसार हैं:
स्कूल स्तर की परीक्षाओं के लिए कोई कट-ऑफ अंक लागू नहीं है, हालांकि नीचे दिए गए अनुसार न्यूनतम उत्तीर्ण अंक है:
वर्ष | श्रेणी | कट-ऑफ |
---|---|---|
2022 | सामान्य | 33 |
OBC | 33 | |
SC | 33 | |
ST | 33 |
सूची नीचे दी गई है:
रैंक | विद्यार्थी का नाम | अंक |
---|---|---|
1 | निक्की कुमारी | 474 |
2 | श्रेया पांडे | 467 |
3 | नुसरत जहां, संजना प्रमाणिक, प्रगति सुसांग | 465 |
4 | कशिश कुमारी, अनंत मिश्रा, | 460 |
5 | स्नेहा कुमारी | 459 |
6 | सना इकबाल, प्रिया कुमारी, अदिति सिंह, प्रगति गुप्ता, अपर्णा पांडे, विश्वजीत हलदार | 458 |
7 | गायत्री कुमारी, उदिता करमाकर, अंशिका बरबिगहिया | 457 |
8 | मेघा कुमारी, अंजलि कुमारी, संध्या कुमारी, अंजलि नंदी, सुमन कुमारी | 456 |
9 | स्नेहा श्रीवास्तव, रिया गुप्ता, बीना कुमारी, सना समद, विशाल कुमार, शुभम कुमार | 455 |
10 | सुनील महतो | 454 |
सूची नीचे दी गई है:
रैंक | विद्यार्थी का नाम | अंक |
---|---|---|
1 | मानसी सहाय | 474 |
2 | रोहित कच्छप | 467 |
3 | आंचल कुमारी | 465 |
4 | प्रिया कुमारी | 460 |
5 | वैष्णवी केसरी | 459 |
6 | सना इकबाल | 458 |
7 | अंशु कुशवाहा, यश राज, आकांक्षा कुमारी, पारखी चौबे | 457 |
8 | शुभम मिश्रा, राखी मेहता | 456 |
9 | प्रिया सिंह, प्रकृति वंदना, निशा भारती, नूतन रुंदा | 455 |
10 | ज्योति कुमारी, श्रेया रॉय, आशुतोष कुमार, अमृता शिखा बाखला | 454 |
वर्ष | परीक्षा में बैठने वाले विद्यार्थियों की संख्या | कुल उत्तीर्ण % | लड़कियों का उत्तीर्ण % | लड़कों का उत्तीर्ण % |
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2020 | 234363 | 77.37 | 84.2 | 79.94 |
2019 | 312368 | 69.14 | 74.08 | 65.53 |
2018 | 300000 | 67.49 | 75.74 | 61.49 |
2017 | 326103 | 61.8 | 66 | 58 |
2016 | 322000 | 60.65 | 61 | 58 |
2015 | 311359 | 62.94 | 87.64 | 86.54 |
2014 | 223248 | 58.36 | 84.32 | 83.95 |
झारखंड अधिविद्य परिषद् के संबंध में पूछताछ करने वाले विद्यार्थी झारखंड JAC बोर्ड की टोल फ्री हेल्पलाइन सेवाओं की मदद ले सकते हैं। हेल्पलाइन केवल नियमित व्यावसायिक घंटों के दौरान सक्रिय रहती है। आप झारखंड बोर्ड मैट्रिक और इंटरमीडिएट के परिणाम, प्रवेश पत्र, अंकतालिका, प्रमाण पत्र और प्रश्नों के बारे में जानकारी झारखंड TET पर मांग सकते हैं। झारखंड अधिविद्य परिषद् का रांची कार्यालय स्थान और झारखंड TET हेल्पलाइन, हेल्पलाइन / फोन नंबर हैं:
पता/स्थान | झारखंड अधिविद्य परिषद, रांची ज्ञानदीप परिसर, बरगवां, नामकुम, रांची – 834010 |
टोल-फ्री नंबर/पूछताछ नंबर | 18003456523 |
JAC आधिकारिक वेबसाइट लिंक | आधिकारिक वेबसाइट |
कक्षा 12 के बाद, किसी भी विद्यार्थी के लिए एक उपयुक्त रास्ता चुनना एक बहुत ही महत्वपूर्ण कदम होता है। एक प्रतिष्ठित संस्थान को चुनने के क्रम में, विद्यार्थियों को कभी-कभी निम्नलिखित बातों के बीच विभाजित किया जाता है, या झुंड का एक हिस्सा होना और सबसे लोकप्रिय पाठ्यक्रम लेना, एक ऐसा पाठ्यक्रम चुनना जो उनके माता-पिता की इच्छा को दर्शाता है, या केवल अपने दोस्तों का अनुसरण करना। अधिकांश विद्यार्थी अपने स्वयं के कौशल के प्रारंभिक मूल्यांकन के बिना पाठ्यक्रम चुनते हैं। इस तरह के फैसले साथियों के दबाव में लिए जाते हैं, लेकिन बाद में वे इस कदम को उलट देते हैं।
बच्चे चाहे कितने भी बड़े क्यों न हों, हमेशा अपने माता-पिता के लिए बच्चे ही होते हैं। इसलिए, स्कूल या कॉलेज के बाद भी, माता-पिता द्वारा युवाओं की देखरेख और निगरानी की जानी चाहिए। यह युवा लोगों के लिए एक महत्वपूर्ण उम्र है और खासकर माता-पिता के लिए, वास्तविकता को समझने में विफलता के बड़े परिणाम हो सकते हैं। माता-पिता द्वारा युवाओं को परीक्षाओं और कक्षा 12 की परीक्षा के महत्व के बारे में शिक्षित किया जाना चाहिए। झारखंड शिक्षा बोर्ड ने महामारी की स्थिति में बच्चों और उनके माता-पिता की मदद करने के लिए कई कल्पनाशील पहलों को अपनाया है। मनोसामाजिक कल्याण और मानसिक स्वास्थ्य पर एक गाइडबुक, साथ ही विद्यार्थियों, शिक्षकों और अभिभावकों के लिए कई वेबिनार शुरू किए गए हैं। माता-पिता हमेशा चाहते हैं कि उनके बच्चे इंजीनियर या डॉक्टर बनें, लेकिन माता-पिता को भी अपने बच्चे के हितों के बारे में पता होना चाहिए और उन्हें उस पाठ्यक्रम का चयन करने में मदद करनी होगी जो उनके बच्चे को पसंद हो।
JAC कक्षा 12वीं परीक्षा 2023 की महत्वपूर्ण तिथियाँ नीचे दी गई हैं:
झारखंड की आधिकारिक वेबसाइट पर JAC कक्षा 12 परीक्षा 2023 समय सारणी की घोषणा की जाएगी। परीक्षा कार्यक्रम के अनुसार झारखंड अधिविद्य परिषद, 12वीं कक्षा की परीक्षा मार्च 2023 में आयोजित करेगा।
वर्ष 2023 के लिए कक्षा 12 के प्रवेश पत्र झारखंड बोर्ड द्वारा जारी किए जाने बाकी हैं। विद्यार्थी आधिकारिक वेबसाइट पर अपने लॉगिन क्रेडेंशियल का उपयोग करके अपने प्रवेश पत्र प्राप्त कर सकते हैं, और यदि आवश्यक हो, तो उन्हें अपने व्यक्तिगत स्कूलों में ले सकते हैं। जिन उम्मीदवारों ने परीक्षा के लिए अपने आवेदन पत्र सफलतापूर्वक जमा कर दिए हैं, उन्हें JAC कक्षा 12 बोर्ड के प्रवेश पत्र प्राप्त होंगे। झारखंड बोर्ड परीक्षा से लगभग एक महीने पहले कक्षा 12वीं के प्रवेश पत्र ऑफलाइन तरीके से बांटता है। प्रत्येक विद्यार्थी को JAC कक्षा 12 बोर्ड परीक्षा प्रवेश पत्र की एक प्रति हर समय अपने साथ रखनी होगी। अगर आपके पास झारखंड बोर्ड 12वीं का प्रवेश पत्र नहीं है तो आप परीक्षा में शामिल नहीं हो पाएंगे। आपको अपने प्रवेश पत्र पर परीक्षा के स्थान और कार्यक्रम के बारे में जानकारी मिल जाएगी।
झारखंड बोर्ड कक्षा 12 की परीक्षा मार्च में शुरू हो रही है।
झारखंड बोर्ड की परीक्षा के बाद, परिणाम झारखंड बोर्ड की आधिकारिक वेबसाइट पर प्रकाशित किए जाएंगे, इसलिए JAC कक्षा 12 परीक्षा 2023 के परिणाम ऑनलाइन चेक किए जा सकते हैं।
ध्यान दें, JAC कक्षा 12 रिजल्ट 2023 की घोषणा के तुरंत बाद, अत्यधिक ट्रैफ़िक के कारण आधिकारिक वेबसाइट प्रतिक्रिया नहीं दे सकती है। ऐसी स्थिति में घबराएं या अन्य संसाधनों को छांटें नहीं, बल्कि वेबसाइट के जवाब के लिए धैर्यपूर्वक प्रतीक्षा करें।
JAC कक्षा 12 की परीक्षाओं को उत्तीर्ण करने के लिए एक विद्यार्थी को 33 प्रतिशत अंक प्राप्त करने होंगे। 70 में से 23 और 100 में से 33 अंक वाले विषयों में उत्तीर्ण होंगे।
JAC 12वीं रिजल्ट 2023 को तैयार करने के लिए उपयोग की जाने वाली झारखंड बोर्ड ग्रेडिंग प्रणाली यहाँ दिखाई गई है। विद्यार्थियों द्वारा इसका गहन अध्ययन किया जाना चाहिए:
अंक परिसर | ग्रेड | टिप्पणियाँ |
---|---|---|
80% और अधिक | A+ | अति उत्कृष्ट |
60% से 80% | A | बहुत अच्छा |
45% से 60% | B | अच्छा |
33% से 45% | C | औसत |
33% से नीचे | D | सीमांत |
झारखंड का इंटर-रिजल्ट 2023 ऑनलाइन तरीके से उपलब्ध होगा। JAC कक्षा 12वीं परीक्षा 2023 के परिणामों की जाँच करने के लिए निम्नलिखित प्रक्रियाओं का पालन करें।
JAC 12वीं रिजल्ट 2023 की मार्कशीट पर, विद्यार्थियों को निम्नलिखित जानकारी मिलेगी:
संबंधित पृष्ठ भी देखें
प्र1. JAC 12वीं परीक्षा 2023 के लिए उत्तीर्ण अंक क्या हैं?
उ. JAC 12वीं परीक्षा 2023 उत्तीर्ण करने के लिए, आवेदकों को न्यूनतम 33 प्रतिशत प्राप्त करना होगा। प्रश्न पत्र के पूर्ण ग्रेड के आधार पर, उन्हें प्रत्येक विषय के लिए 100 में से 33, या 70 में से 23 प्राप्त करना चाहिए।
प्र2. JAC 12वीं परीक्षा 2023 कितने समय की होती है?
उ. प्रत्येक विषय के लिए, 12वीं JAC परीक्षा की अवधि तीन घंटे है।
प्र3. कोई भी व्यक्ति JAC बोर्ड 2023 की परीक्षाओं के परिणाम कैसे देख सकता है?
उ. विद्यार्थी झारखंड अधिविद्य परिषद् की आधिकारिक वेबसाइट पर अपने JAC बोर्ड परीक्षा परिणाम को सत्यापित कर सकते हैं।
प्र4. 12वीं JAC परीक्षा संकाय क्या हैं?
उ. 12वीं JAC परीक्षा तीन संकायों: विज्ञान, वाणिज्य और कला या मानविकी में होगी।
प्र5. क्या JAC कक्षा 12वीं बोर्ड अन्य राज्यों द्वारा भी मान्यता प्राप्त है?
उ. हाँ, 12वीं JAC को सभी भारतीय संस्थानों और कॉलेजों द्वारा राज्य बोर्ड के रूप में मान्यता प्राप्त है।
प्र6. क्या JAC 12वीं पाठ्यक्रम 2022 को संशोधित किया गया है?
उ. परिषद् ने कक्षा 10 और 12 के पाठ्यक्रम में कमी की है।
प्र7. मैं JAC 12वीं की मूल अंकतालिका कब प्राप्त करने जा रहा हूँ?
उ. JAC के 12वीं के परिणाम ऑनलाइन घोषित होने के एक महीने बाद, JAC बोर्ड कक्षा 12 उत्तीर्ण करने वाले विद्यार्थियों के लिए एक मूल हार्ड कॉपी जारी करेगा।
प्र8. परिणाम घोषित होने पर मुझे क्या करना चाहिए?
उ. JAC 12वीं के परिणाम आने के बाद विद्यार्थियों को अपनी अगली कार्रवाई का निर्धारण करना होगा। यदि परिणाम संतोषजनक नहीं हैं, तो उन्हें यह निर्धारित करना होगा कि क्या वे फिर से जाँच करना चाहते हैं। यदि उन्हें कंपार्टमेंट परीक्षा में शामिल होना है, तो उन्हें खुद को तैयार करना होगा।
परीक्षा के दिन सूत्रों और विचारों के अलावा, उम्मीदवारों को क्या करें और क्या न करें की निम्नलिखित मूलभूत सूची को याद रखना चाहिए:
2000 में स्थापित 28वें राज्य झारखंड की साक्षरता दर 67.63% है। सबसे अधिक औद्योगीकृत राज्यों में से एक के रूप में, राज्य में शिक्षा को प्राथमिकता दी जाती है।
झारखंड के शीर्ष कॉलेजों के बारे में जानने के लिए नीचे दी गई तालिका देखें।
कॉलेज का नाम |
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बिरला प्रौद्योगिकी और विज्ञान संस्थान, मेसर |
राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान (NIT), जमशेदपुर |
जेवियर लेबर रिलेशंस इंस्टीट्यूट (XLRI), जमशेदपुर |
बिरला प्रौद्योगिकी संस्थान (BIT), सिंदरी |
बिरसा कृषि विश्वविद्यालय, रांची |
नेशनल यूनिवर्सिटी ऑफ़ स्टडी एंड रिसर्च इन लॉ |
अर्का जैन विश्वविद्यालय, जमशेदपुर |
ICFAI विश्वविद्यालय, रांची |
साई नाथ विश्वविद्यालय, रांची |
एमिटी विश्वविद्यालय, रांची |
सेंट जेवियर्स, रांची |
भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (IIT), धनबाद |
जेवियर इंस्टीट्यूट ऑफ सोशल साइंसेज, रांची |
केंद्रीय मनश्चिकित्सा संस्थान (CIP), रांची |
कैम्ब्रिज इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी (CIT), रांची |
झारखंड में सर्वश्रेष्ठ इंजीनियरिंग सरकारी कॉलेज
क्रमांक | इंजीनियरिंग कॉलेज का नाम | प्रकार | स्थान/शहर |
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1 | राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान | सरकारी | जमशेदपुर |
2 | बिरसा प्रौद्योगिकी संस्थान (BIT) | सरकारी | धनबाद |
3 | नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ फाउंड्री एंड फोर्ज टेक्नोलॉजी (NIFFT) | सरकारी | रांची |
4 | दुमका इंजीनियरिंग कॉलेज | सरकारी सहायता प्राप्त | दुमका |
5 | यूनिवर्सिटी कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी | सरकारी | हजारीबाग |
6 | भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (ISM) | सरकारी | धनबाद |
7 | झारखंड केंद्रीय विश्वविद्यालय | सरकारी | रांची |
8 | रांची विश्वविद्यालय | सरकारी | रांची |
9 | चाईबासा इंजीनियरिंग कॉलेज | सरकारी सहायता प्राप्त | चाईबासा |
10 | रामगढ़ इंजीनियरिंग कॉलेज | सरकारी सहायता प्राप्त | रामगढ़ |
11 | विनोबा भावे विश्वविद्यालय | सरकारी | हजारीबाग |
12 | भारतीय सूचना प्रौद्योगिकी संस्थान | सरकारी | रांची |
झारखंड में शीर्ष निजी कॉलेज इस प्रकार हैं:
निजी कॉलेज का नाम |
---|
BIT मेसरा - बिड़ला प्रौद्योगिकी संस्थान |
साई नाथ विश्वविद्यालय, रांची |
झारखंड राय विश्वविद्यालय, रांची |
जेवियर इंस्टीट्यूट ऑफ पॉलिटेक्निक एंड टेक्नोलॉजी, रांची |
कैम्ब्रिज इंस्टीट्यूट ऑफ पॉलिटेक्निक, रांची |
हजारीबाग कॉलेज ऑफ डेंटल साइंसेज एंड हॉस्पिटल, हजारीबाग |
सूर्यमुखी दिनेश आयुर्वेद मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल, रांची |
मणिपाल टाटा मेडिकल कॉलेज, जमशेदपुर |
अवध डेंटल कॉलेज एंड हॉस्पिटल, जमशेदपुर |
वनांचल डेंटल कॉलेज एंड हॉस्पिटल, गढ़वा |
12वी में विषय के चुनाव का विद्यार्थी के भविष्य के विकास और प्रगति पर महत्वपूर्ण प्रभाव पड़ेगा। विद्यार्थियों को जीवन में अपने लक्ष्यों और अपने जुनून का पालन करने के लिए प्रोत्साहित करने के लिए विद्यार्थी अन्वेषण सबसे प्रभावी साधन है। हम इंजीनियरिंग या मार्केटिंग या मेडिकल जैसी विभिन्न संकायों की विशेषताओं का भी विश्लेषण करते हैं और उनमें से प्रत्येक के फलने-फूलने के लिए आवश्यक कौशल पर चर्चा करते हैं। हम प्रत्येक संकाय के लिए आवश्यक योग्यताओं और पाठ्यक्रम के आवश्यक घटकों को आकार देना जारी रखते हैं। इसलिए, माता-पिता को यह जानने की जरूरत है कि उनके बच्चे बाधाओं का सामना कैसे करते हैं और अत्यधिक तनावग्रस्त हुए बिना चुनौतियों से पार पाने में उनकी सहायता करने के लिए हर संभव प्रयास करें।
JAC 12वीं रिजल्ट 2023 जारी होने के बाद, विद्यार्थी विभिन्न संस्थानों और विश्वविद्यालयों में स्नातक कार्यक्रमों में प्रवेश के लिए आवेदन कर सकते हैं। विद्यार्थी अपनी पसंद के अनुसार अध्ययन क्षेत्र का चयन कर सकते हैं। कक्षा 12वीं के बाद विद्यार्थी निम्नलिखित परीक्षाओं, पाठ्यक्रमों आदि का हवाला देकर अपनी योग्यता के अनुसार पाठ्यक्रम ले सकते हैं।
आगामी परीक्षाओं की सूची:
प्रतियोगी परीक्षाएँ अब हमारी शिक्षा व्यवस्था का अभिन्न अंग बन गई हैं। कक्षा 12 के बाद विद्यार्थियों के लिए विभिन्न प्रकार की प्रतियोगी परीक्षाएँ और पुरस्कार कार्यक्रम उपलब्ध हैं। इन प्रतियोगी परीक्षाओं का उपयोग विद्यार्थी की मानसिक क्षमता और बुद्धिलब्धि का आकलन करने के लिए किया जाता है, और जो उत्तीर्ण होते हैं उन्हें छात्रवृत्ति प्रदान की जाती है।
विद्यार्थी मुख्य रूप से कक्षा 12 की परीक्षाओं के बाद सबसे लोकप्रिय परीक्षाओं: NEET, JEE और CLAT के बारे में जानते हैं। ये राष्ट्रीय परीक्षाएँ हैं। हालांकि, ऐसे कई वैकल्पिक रास्ते हैं जिनका अनुसरण करके विद्यार्थी अपनी पसंदीदा नौकरी की नींव रख सकते हैं।
संयुक्त प्रवेश परीक्षा (JEE) भारत में सभी इच्छुक इंजीनियरों द्वारा दी जाने वाली बहुत प्रसिद्ध राष्ट्रीय परीक्षा है। JEE एक इंजीनियरिंग परीक्षा है जिसे भारत के कई कॉलेजों द्वारा स्वीकार किया जाता है। कक्षा 12 के बाद, देश भर के विद्यार्थी इन प्रवेश और प्रतियोगी परीक्षाओं में भाग ले सकते हैं। यह परीक्षा विद्यार्थियों को IIT, NIT और IIIT जैसे प्रसिद्ध और प्रतिष्ठित संस्थानों में प्रवेश के लिए योग्य बनाती है। सीबीएसई द्वारा प्रशासित JEE प्रवेश परीक्षा में दो भिन्न और अलग चरण होते हैं:
NEET, प्रसिद्ध JEE इंजीनियरिंग परीक्षाओं का चिकित्सा समकक्ष है। इन परीक्षाओं की देखरेख मेडिकल काउंसिल ऑफ इंडिया करती है। इसकी स्थापना 1997 में स्नातक चिकित्सा शिक्षा विनियमों के अंतर्गत की गई थी।
वर्तमान में, NEET को दो अलग-अलग स्नातक कार्यक्रमों के लिए व्यवस्थित किया जाता है और ये इस प्रकार हैं:
CLAT प्रवेश परीक्षा, जैसा कि नाम से ही स्पष्ट है, उन विद्यार्थियों के लिए है जो वकील बनना चाहते हैं। यह देश भर में स्थित कई लॉ स्कूलों में प्रवेश के लिए उनकी योग्यता का आकलन करता है। JEE और NEET की तरह CLAT भी एक देशव्यापी परीक्षा है।
यह लॉ प्रवेश परीक्षा दो घंटे के लिए होता है। CLAT परीक्षा के प्रश्न पत्र में 150 बहुविकल्पीय प्रश्न होते हैं। इसे पाँच खंडों में बांटा गया है। विद्यार्थियों को निम्नलिखित क्षेत्रों से प्रश्नों का उत्तर देना चाहिए:
काम पर रखने वाले प्रबंधकों को उम्मीद है कि टीम का प्रत्येक सदस्य सभी तकनीकी कौशल और मौलिक क्षमताओं के साथ पहुंचेगा, जो तुरंत शुरू करने के लिए आवश्यक हैं। नतीजतन, कॉलेज के विद्यार्थियों को अपनी डिग्री प्राप्त करने के लिए विभिन्न प्रकार के सीखने के अनुभवों की आवश्यकता होती है। प्रायोगिक शिक्षा, जिसमें विद्यार्थी पारंपरिक शैक्षणिक संदर्भों के बाहर बातचीत के माध्यम से ज्ञान, कौशल और मूल्य प्राप्त करते हैं, आधुनिक दुनिया में आवश्यक है।
किसी के अपने जीवन को निर्देशित करने की क्षमता को बढ़ाना संभव है। यदि आपको नीचे बताया गया ज्ञान है तो आप एक स्वचालित या तकनीकी वातावरण में सफल हो सकते हैं।
गणना से पता चलता है कि 2025 तक जुड़े उपकरणों की कुल संख्या 75 बिलियन तक पहुंच जाएगी। आज की दुनिया में इंजीनियरों, डेवलपर्स और अन्य सूचना प्रौद्योगिकी विशेषज्ञों की अत्यधिक मांग है। आईटी आधारिक संरचना को बड़े पैमाने पर बनाने और बनाए रखने के लिए, इन विशेषज्ञों को तकनीकी स्तर के हर स्तर पर कौशल की एक विस्तृत श्रृंखला की आवश्यकता होगी।
जैसा कि पहले कहा गया है, कक्षा 12 किसी के जीवन का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है और जीवन को बदलने वाली घटना है। इसलिए, विषयों का अध्ययन करने के अलावा, आपको अपने resume को मजबूत करने के लिए नीचे दिए गए कौशल में महारत हासिल करनी चाहिए, जिसे आप बाद में अपनी सपनों की कंपनी को प्रदान करेंगे।
एक विद्यार्थी के लिए, कक्षा 12 उच्च शिक्षा की दुनिया की दहलीज है। सैकड़ों डिग्री, डिप्लोमा और प्रमाणपत्र विकल्प उपलब्ध हैं। जब विद्यार्थी 12वीं कक्षा से स्नातक होते हैं, तो उनके मन में आमतौर पर प्रश्नों की एक सूची होती है, जैसे:
कक्षा 12 के बाद विद्यार्थियों को उचित पाठ्यक्रम चुनने में सहायता करने के लिए Embibe पाठ्यक्रमों की एक विस्तृत श्रृंखला और कैरियर के अवसरों के बारे में जानकारी प्रदान करता है। आइए इन विकल्पों पर एक नज़र डालें।
PCMB, PCMC या PCME करने वाले विद्यार्थियों के लिए विज्ञान के कुछ कैरियर विकल्प निम्नलिखित हैं:
विज्ञान के बाद वाणिज्य दूसरा सबसे अधिक बार मिलने वाला कैरियर मार्ग है। अगर सांख्यिकी, पैसा और अर्थशास्त्र आपकी रुचि है, तो वाणिज्य आपके लिए पेशा है।
वाणिज्य विद्यार्थियों के पास निम्नलिखित कैरियर विकल्प हैं:
जो लोग शैक्षिक अध्ययन करते हैं वे कला और मानविकी के प्रति आकर्षित होते हैं। यदि आप रचनात्मक हैं और मानव जाति के बारे में अधिक समझना चाहते हैं, तो कला आपके लिए मार्ग है।
कक्षा 10 के बाद कला में डिप्लोमा/सर्टिफिकेट की पढ़ाई पूरी करने के बाद के शीर्ष कैरियर विकल्प निम्न प्रकार हैं: