R. Gupta Solutions for Chapter: रस, छन्द, अलंकार, Exercise 1: Exercise 1
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Questions from R. Gupta Solutions for Chapter: रस, छन्द, अलंकार, Exercise 1: Exercise 1 with Hints & Solutions
निम्नलिखित में कौन-सा शब्दालंकार है?

'मन पचितैहै अवसर बीते ।
दुर्लभ देह पाई हरी पद भजु कर्म, वचन अरु नीके।।'
इन पंक्तियों में कौन-सा रस है?

आदिकाल के हिंदी साहित्य में रासो का क्या अर्थ है?

जहाँ शब्दों, शब्दांशों या वाक्यांशों की आवृति हो, किन्तु उनके अर्थ भिन्न हों वहॉं निम्नलिखित अलंकार है?

'वही मनुष्य है जो मनुष्य के लिए मरे' में कौन-सा अलंकार है?

'उद्धव मोहि बृज विसरत नाही' में कौन-सा रस है?

वीर रस का स्थायी भाव क्या होता है?

'उस काल मारे क्रोध के, तन कांपने उसका लगा।
मानो हवा के जोर से सोता हुआ सागर जगा।' प्रस्तुत पंक्तियों में कौन-सा रस है?
